बहुत अधिक या बहुत कम कुछ भी बुरा हो सकता है, और यह बात आपके बच्चे के वज़न के लिए भी सही है। हालांकि मोटापा एक ऐसी समस्या है जो इन दिनों कई बच्चों को परेशान करती है, लेकिन वज़न कम होना भी बहुत बड़ा मुद्दा है। कुछ बच्चे स्वाभाविक रूप से दुबले होते हैं, लेकिन, दुबला-पतला होना और कम वज़न होने में अंतर है। अगर बच्चे का वज़न कम है, तो उसे वह पोषण नहीं मिल रहा है जिसकी उसे ज़रूरत है। और अगर आप बच्चे का वज़न बढ़ाना चाहते हैं तो उसे ज़्यादा फैट वाला खाना खिलाना सेहतमंद उपाय नहीं है , क्योंकि यह उसके सम्पूर्ण विकास में योगदान नहीं करेगा। वज़न बढ़ाने के लिए आपको स्वस्थ तरीका अपनाना चाहिए। तो अगर आप सोच रहे हैं कि बच्चे का वज़न तेज़ी से कैसे बढ़ाएँ तो यह आर्टिक्ल पूरा पढ़ें।

आपको कैसे पता चलेगा कि आपके बच्चे का वज़न कम है?

आपका बच्चा कम वज़न का है या नहीं बस उसे देखकर यह बताना माता-पिता के लिए मुश्किल हो सकता है। एक बेहतर विचार प्राप्त करने के लिए, आपको अपने बच्चे की ऊंचाई और वज़न की तुलना ऊंचाई के चार्ट से करनी होगी। एक बच्चे के लिए आदर्श वज़न बच्चे के लिंग, आयु और ऊंचाई पर निर्भर करता है। यदि वे ऊंचाई के अनुपात के निचले 5 प्रतिशत में आते हैं, तो बच्चों को कम वज़न का माना जाता है। बाहर से देखकर बताने के लिए कुछ संकेत हैं:

  • क्या बच्चे के कपड़े छोटे हो गए हैं?

  • विकास चार्ट पर उसका प्रतिशत कम होता रहता है।

  • बच्चे की हड्डियां दिखती हैं।

वज़न कम होने का कारण

बच्चों के कम वज़न के कई कारण हो सकते हैं। इसमें शामिल है:

  • स्वास्थ्य संबंधी कारण

  • कुछ दवाइयाँ, जैसे बच्चों के लिए एडीचडी की दवाइयाँ

  • खाने से एलर्जी

  • हॉर्मोनल समस्याएँ

  • पाचन समस्याएँ

  • सही से खाना न खाना

  • खाने की ख़राब आदतें

बच्चों को ज़्यादा खाना खिलाना आपके लिए मुश्किल हो सकता है

अगर आप अपने बच्चे का वज़न तेज़ी से बढ़ाना चाहते हैं माता-पिता के रूप में आपके सामने कई चुनौतियाँ आ सकती हैं। छोटे बच्चों का पेट भी बहुत छोटा होता है। यह एक बार में उनके द्वारा खाए जाने वाले भोजन की मात्रा को सीमित करता है। स्वास्थ्य के लिए हानिकारक स्नैक्स खाने के बजाय स्वस्थ खाद्य पदार्थ खाने के लिए बच्चों को प्रेरित करना काफी मुश्किल हो सकता है। जो माता पिता अपने बच्चों को सख्ती से खाना खिलाते हैं उन्हें भी संतुलित भोजन मिलना मुश्किल हो सकता है। इसी तरह, न्यूक्लीयर परिवारों में जहां अक्सर माता पिता अनुपस्थित रहते हैं, वहाँ बच्चे निगरानी की कमी के कारण भोजन छोड़ सकते हैं।

सेहतमंद तरीके से वज़न बढ़ाने के उपाय

  • बच्चे को दिन में 4-5 बार संतुलित आहार खिलाएँ

  • सेहतमंद स्नैक्स खिलाएँ

  • जंक फूड से परहेज करें

  • पौष्टिक खाना खिलाएँ

  • खाने के समय कुछ ड्रिंक्स में न दें और बाज़ार का जूस न पिलाएँ

  • बच्चे को खाना न छोड़ने दें

  • वज़न बढ़ाने के लिए अपने डॉक्टर से सप्लीमेंट के बारे में पूछें

  • बच्चों की भूख को सही रखने के लिए उन्हे शारीरिक गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित करें

  • जब आप एक नए प्रकार का भोजन करते हैं और परिवार में एक साथ भोजन करते हैं, तो अपने बच्चे की तारीफ़ करें

बच्चों के लिए संतुलित आहार

आपके बच्चे को विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ खाने चाहिए। 2 साल की उम्र के बाद से, बच्चों को परिवार के बाकी लोगों के समान ही भोजन खाना चाहिए।आहार में स्टार्च युक्त कार्बोहाइड्रेट जैसे चावल, पराठा, ब्रेड, या आलू हो सकता है। एक दिन में, बच्चों को ताज़े फल और सब्ज़ियों की कम से कम 5 सर्विंग खानी चाहिए। उन्हें प्रोटीन की दो सर्विंग भी खानी चाहिए जैसे कि दाल, पनीर, चिकन, या ऑयली फिश जैसे कि दही, पनीर, छाछ, लस्सी आदि के रूप में दूध और डेयरी उत्पादों के 2-3 सर्विंग शामिल करें। उनके आहार में कम मात्रा में अनसेचूरेटेड तेल भी होना चाहिए। इसके अलावा, बच्चों को दिन में 6-8 गिलास पानी पीना चाहिए।

ऊर्जा बढ़ाने के लिए रेसिपी

  • पानी के बजाय दूध में सूप बनाएँ

  • मैश की गयी सब्जियों में पनीर या दूध डालें

  • बच्चों को फ़ुल फैट दही, सीड्स, और नट बटर वाला स्मूदी दें।

  • बच्चों को दूध में मिल्क पाउडर मिलाकर दें

  • ऑलिव ऑइल जैसे तेल में खाना बनाएँ

  • सब्जियाँ और फल पीनट बटर या दही वाली डिप के साथ दें

  • बच्चों के खाने में घी ज़रूर डालें

  • मीठे में आइसक्रीम की जगह जमी हुई दही दें

  • पुलाव में भुने ड्राई फ़्रूट डालें।

अंत में उसका विकास देखें

जैसा कि ऊपर बताया गया है, सेहतमंद और संतुलित आहार खाने से आपके बच्चों का विकास भी सही होगा। वे न तो मोटे होंगे और न ही कुपोषित। बस ध्यान रखें कि अच्छे बीएमआई के लिए उसका वज़न उसके कद के अनुपात में ही बढ़ना चाहिए।