कई माता-पिता जो लंबे समय तक बाहर काम करते हैं अपने बच्चे को डे केयर में छोड़ते हैं। ऐसे में पेरेंट्स होने के नाते आप यही उम्मीद करेंगे कि जो पोषण आप अपने बच्चे को घर पर देते हैं वही पोषण उसे उस जगह पर भी मिले। आप डे केयर में भी अपने बच्चों की पोषण से जुड़ी ज़रूरतों का पूरा ख़्याल रख सकते हैं। इसके लिए अपने बच्चे को घर से खाना पैक कर के दें और यहां बताई गई बातों को अपनाएँ:

बच्चे के लिए डे केयर में खाना पैक करने के कुछ सुझाव:

  • अपने बच्चे को डे केयर के लिए खाना पैक करके ज़रूर दीजिए।
  • आपका बच्चा कितनी बार में कितना खाना खाता है, इसके हिसाब से ही उसके डे केयर के लिए टिफ़िन में पौष्टिक भोजन पैक करके भेजें।
  • आपको कितने मील पैक करने पड़ेंगे ये इस बात पर निर्भर करता है कि आपका बच्चा कितनी देर डे केयर में रहता है। अगर वो स्कूल के बाद जाता है तो एक पोषक नाश्ता काफी होगा। हालांकि, अगर वो दिन के आधे से ज़्यादा समय वहां रहता है तो आपको कई अलग-अलग डिब्बे रखने होंगे जिनमें दोपहर का खाना और नाश्ता शामिल हो।
  • बच्चे को फिंगर फ़ूड या ऐसा खाना दें जिसे आपका बच्चा बिना गिराए आसानी से खा सकें।
  • आपको यह ध्यान रखना होगा कि जो खाना आप दे रहे हैं वो ज़्यादा देर तक रखा जा सके और जल्दी ख़राब ना हो। जैसे कि डब्बे में सेब काटकर न रखें वरना सेब भूरे हो जाएंगे। कटा हुआ सेब भूरा ना हो इसके लिए कटे हुए सेब पर थोड़ा नींबू निचोड़ दें। खाना दिखने में और स्वाद में अच्छा होना चाहिए तब ही बच्चे खाएंगे।
  • स्नैक बॉक्स पैक करते समय इस चीज़ पर ध्यान दें कि डब्बे में बंद खाना ख़राब न हो। खाना पैक करते समय मौसम का भी ध्यान रखें। जैसे कि नारियल से बनी चटनी गर्मी के मौसम में ख़राब हो जाती है या घी से बना खाना डब्बे में पैक करने से ठंड में घी जम जाता है और खाना बेस्वाद हो जाता है। आपको मौसम के हिसाब से ही डब्बे में खाना पैक करना चाहिए।
  • टिफ़िन को और पोषक बनाने के लिए डब्बे में अलग-अलग तरह की चीज़ें रखकर दें। जैसे संतरे की स्लाइस, अलग-अलग सब्ज़ियों का सैंडविच और खजूर और अखरोट के लड्डू से भरा हुआ टिफ़िन देखकर आपका बच्चा ख़ुश भी होगा और मन से खाना भी खाएगा।

टिफ़िन में क्या पैक करें

टिफ़िन में पोषक खाना शामिल करें। हर फ़ूड ग्रुप से ज़्यादा से ज़्यादा चीज़ें शामिल करने की कोशिश करें। जैसे दोपहर के खाने में एक बाजरे की रोटी से बना अंडे का रोल और उसके साथ छोटे टमाटर और ककड़ी का सलाद दें। नाश्ते में सूखे मेवों का लड्डू या पालक पनीर से बने पैटी सैंडविच दें।

टिफ़िन में क्या पैक न करें

किसी भी तरह का जंक फ़ूड बच्चों के टिफ़िन में न दें।

  1. खाने की चीज़ें जिन में फैट, शक्कर, नमक ज़्यादा मात्रा में होते हैं जैसे चिप्स, बिस्कुट, क्रैकर ना दें। इनकी जगह पर ताज़े फलों, सब्ज़ियों के साथ घर पर बने नूडल्स, पास्ता, दही की डिप के साथ खाने के लिए कुरकरी सब्ज़ियां आदि दें।
  2. बच्चों के गले में अटकने वाली चीज़ें जैसे अंगूर, मेवे, पॉपकॉर्न, बीज, बेरी, मांस के छोटे टुकड़े आदि भी हानिकारक हो सकते हैं और अगर आपका बच्चा बहुत छोटा है तो ऐसी चीज़ें बिल्कुल न दें।
  3. ऐसी चीज़ें बिल्कुल न दें जिन में बैक्टीरिया पैदा होने की संभावना ज़्यादा होती है जैसे दूध और दूध से बनी चीज़ें, दलिया, मिल्कशेक, अंडे से बना मेयोनेज़ और नारियल से बनी ग्रेवी।
  4. अगर आप सलाद दे रहे हैं तो उसमें घर पर ही नमक मसाला ना डालें क्योंकि जब तक आपका बच्चा खाएगा उसमें नमक का पानी आ सकता है। इसकी जगह आप लंच बॉक्स में ही एक अलग डिब्बे में सीज़निंग रख कर दे सकते हैं और जब आपका बच्चा सलाद खाएगा तब वो उसमें सीज़निंग डाल सकता है।

आपके बच्चे के टिफ़िन के लिए कुछ सुझाव

  1. पालक या मेथी की मिस्सी रोटी। उबली हुई छिलके वाली मूंग दाल से बनी मिस्सी रोटी, बेसन से बनी मिस्सी रोटी से ज़्यादा सेहतमंद होती है।
  2. उबले हुई गाज़र, शिमला मिर्च और टमाटरों के साथ पनीर के छोटे टुकड़े भी दे सकते हैं।
  3. अंकुरित और सब्ज़ियों से बना पोहा।
  4. पालक के पेस्तो सॉस या कद्दू के सॉस के साथ बना पास्ता।
  5. केला, सेब, चीकू, पियर/नाशपाती जैसे फल। अगर आपका बच्चा 2-3 घंटों के बाद फल खाने वाला है तो तरबूज़ जैसे पानी वाले फल पैक न करें।
  6. पालक या गाज़र की प्यूरी को डोसा या इडली के घोल/बैटर में मिलाने से आपकी साधारण सफ़ेद इडली और डोसे में रंग और पोषण आ जाएगा।
  7. सब्ज़ी और पनीर या चीज़ से भरे परांठे जिन्हें बच्चे ज़रूर खाना पसंद करेंगे।