भारत में मोटापा एक जीवनशैली की समस्या से कहीं ज़्यादा एक बीमारी बनकर फैल रहा है और बच्चों पर इसका बहुत बुरा असर हो रहा है। जंक फ़ूड का हद से ज़्यादा सेवन, शारीरिक गतिविधियों की कमी, पोषण के प्रति जागरूकता की कमी होना ये सब मोटापे के कुछ सामान्य कारण हैं। तो यही वह समय है जब आपको अपने बच्चों से इस गंभीर समस्या के बारे में बात करनी चाहिए और उन्हें समझाना चाहिए ताकि आगे चलकर वे एक सेहतमंद इंसान बन सकें।

शोध से पता चलता है कि बचपन के मोटापे के कारण हर चार बच्चों में से एक बच्चा आगे चलकर डायबटीज़ का शिकार हो रहा/रही है। आज कई माता-पिता के मन में यही सवाल होता है कि-मेरे लड़के/लड़की का वज़न ज़रूरत से ज़्यादा है, क्या करें? अपने बच्चे का वज़न देखना, उसे प्राकृतिक और पौष्टिक खाना खिलाना और उसे अतिरिक्त वज़न कम करने के लिए प्रोत्साहित करना फ़ायदेमंद हो सकता है। हालांकि आपको यह काम सही ढंग से करना होगा ताकि आपके बच्चे के आत्म विश्वास को कोई नुकसान न हो और उसमें हीन भावना न आए। बच्चों से मोटापे और बढ़ते वजन के बारे में खुलकर और प्यार से बात करना बहुत ज़रूरी है।

बच्चों में मोटापा और इससे कैसे निपटें

अगर आप सोच रहे हैं कि अपने बच्चे से उसके वज़न के बारे में कैसे बात करें तो पहले आपको यह याद रखना होगा कि बच्चे ख़ासतौर से टीनएजर बहुत संवेदनशील होते हैं और आप तार्किक बने बग़ैर रातों रात उनकी ज़िंदगी बदलने के बारे में नहीं सोच सकते हैं क्योंकि ऐसा कर पाना मुमकिन ही नहीं है। बच्चों के लिए वज़न कम करना बहुत संवेदनशील मुद्दा होता है लेकिन यह बहुत ज़रूरी भी है क्योंकि ज़्यादा वज़न वाले या मोटापाग्रस्त बच्चों को भविष्य में जानलेवा बीमारियों का ख़तरा होता है। इसलिए यहाँ कुछ ज़रूरी सुझाव दिए गए हैं:

  • उनसे बात करें, प्रेरणा दें और सेहतमंद खाने की आदत डालें

    आपको ख़ुद भी यह समझना होगा और बच्चों को भी समझाना होगा कि अगर वे वज़न कम नहीं करेंगे तो उन्हें ढेर सारी बीमारियों और समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। उन्हें बताएँ कि उन्हें सही पोषक तत्वों की ज़रूरत क्यों है। यह शुरू करने का सबसे अच्छा तरीक़ा है कि आप अपने बच्चे को एक डाइटीशियन के पास लेकर जाएं जो बच्चे को सही और सकारात्मक ढंग से समझा सकेंगे कि वज़न कम करना ज़रूरी क्यों है।

    बच्चा क्या और कितना खा रहा है यह हमेशा नियंत्रित कर पाना मुमकिन नहीं है ख़ासतौर से जब वो अपने दोस्तों के साथ बाहर गया है या स्कूल में है तब। हालांकि माता पिता अपने बच्चों को शुरुआती वर्षों में ही सेहतमंद खाने के बारे में सिखा कर बच्चों की मदद कर सकते हैं। ध्यान रखें कि वे ज़्यादा से ज़्यादा घर का बना खाना ही खाएँ। आप उन्हें कभी कभार कम मात्रा में बाहर की चीज़ें खिला सकते हैं। इस तरह वे धीरे धीरे बाहर का जंक फूड खाने की आदत छोड़ देंगे।

  • उन्हें वेट लॉस कैम्प में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित करें

    बच्चों को वज़न कम करने के लिए प्रोत्साहित करना बहुत मुश्किल हो सकता है लेकिन माता पिता के तौर पर आपको यह पता ही होगा कि वज़न कम करने से आपके बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ेगा। भूख लगने पर बच्चे हमेशा आइसक्रीम और स्नैक्स खाने की माँग करते हैं और यह सामान्य भी है। लेकिन उनकी ऐसी हर मांग को पूरा करना उनकी सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है और इसीलिए वेट लॉस कैम्प बहुत अच्छा विकल्प है।

    यह आपके बच्चे के लिए एक नई शुरुआत हो सकती है। जो बच्चे हमेशा अपने मोटापे के कारण मज़ाक का मुद्दा बनते हैं वे अपने वज़न के लिए थोड़ा चिंतित भी हो सकते हैं। उन्हें यह बात पता होगी कि वे जल्दी नहीं चल सकते हैं, जल्दी थक जाते हैं या वे खेल कूद में हिस्सा नहीं ले पाते हैं। ऐसे में आपके बच्चे के लिए वेट लॉस कैम्प बहुत अच्छा विकल्प होगा जहाँ उन्हें ऊपर बताए गए डर कम करने, ऊर्जावान बनने, और सेहतमंद तरीक़े से वज़न कम करने में मदद मिलेगी।

    इन कैम्प में आपका बच्चा ऐसे बच्चों से मिलेगा जो उसके जैसी समस्या का सामना कर रहे हैं। इन कैम्प में आपके बच्चे को कम खाना या ना खाना नहीं सिखाया जाएगा। वे बच्चों को खाद्य पदार्थों से जुड़े तथ्य बताने के साथ साथ बच्चों को यह सिखाते हैं कि उनके लिए कौन सा खाना सेहतमंद है और कौन सा नहीं है। वे बच्चों को ऐसी एक्सरसाइज़ सिखाते हैं जिनसे बच्चों को वज़न कम करने, और ताक़त, लचीलापन, और संतुलन बढ़ाने में मदद मिलेगी। इन कैम्प में मौजूद काउंसलर आपके बच्चे को सेहतमंद और स्वस्थ खाना खाने, आत्म विश्वास और आत्म सम्मान बढ़ाने के बारे में बताएँगे।

  • बच्चों का पूरा साथ दें

    बच्चों का मोटापा ऐसी समस्या नहीं है जिसे आसानी से ख़त्म किया जा सके। इस समस्या को कम करने के लिए बच्चों को अपने माता-पिता और हमउम्र दोस्तों के साथ की बहुत ज़रूरत होती है। तो आपको अपने बच्चों को हमेशा उन्हें अच्छे सुझाव और सकारात्मक प्रेरणा देनी चाहिए। आप यह सुझाव अपना सकते हैं:

    अपने फ़ैमिली डॉक्टर को अपने बच्चे का काउंसलर बना दें। क्योंकि बच्चे उन्हें लम्बे समय से जानते हैं तो उन के साथ आसानी से घुल मिल सकते हैं और अपने मन की बात कह सकते हैं।

    बच्चों के स्कूल प्रशासन और स्कूल काउंसलर से एक सेहतमंद आहार के बारे में चर्चा करें।

    ऐसे किसी रिश्तेदार या परिवार के सदस्यों की मदद लें जिनसे आपके बच्चे अच्छी तरह घुले-मिले हों ताकि वे उनको पौष्टिक भोजन खाने के लिए प्रेरित कर सकें या बहला कर खाना खिला सकें। ख़ासकर जब आप घर पर ना हों तब उनकी मदद लें।

  • अपने बच्चे को ऐसे अन्य बच्चों के वीडियो दिखाएं जिसमें उन्होंने अपना वजन कम करके दिखाया है। इससे उनको भी प्रोत्साहन मिलेगा।

मोटापे को कम करने और उसके बारे में जानने के लिए सब्र और विश्वास बहुत ज़रूरी है। हालांकि यह रास्ता उतना आसान नहीं है, लेकिन कुछ समझदार कदमों से आप अपने और अपने बच्चे को एक बेहतर, सेहतमंद और सुखी जीवन दे सकते हैं।