क्या आपके बच्चे को पसंद ना आने वाली खाने की चीज़ों की एक लंबी लिस्ट है? क्या आप अक्सर इस बात को लेकर परेशान रहते हैं कि चुन-चुनकर खाने से आपके बच्चे के शरीर में पौष्टिक तत्वों की कमी हो रही है? अगर हां तो चिंता छोड़ दें! बच्चों को पसंद ना आने वाली चीज़ों के बारे में अपनी जानकारी बढ़ाएं और जानें कि आप उन्हें उन चीज़ों के बदले और क्या खिला सकते हैं?
सबसे ज़्यादा पसंद ना की जाने वाली खाने की चीज़ें
बच्चों द्वारा सबसे ज़्यादा नापसन्द की जाने वाली चीज़ों में दूध, मशरूम, पानी और पालक आते हैं। बच्चों की खाने की पसंद-नापसंद समय के साथ बदलती है और बड़े होने पर उन्हें वे चीज़ें भी पसंद आने लगती हैं जो बचपन में उन्हें बहुत ज़्यादा नापसन्द हुआ करती थीं।
पालक
- पालक एक हरी पत्तियों वाली सब्ज़ी है जो सेहत के लिए बहुत ज़्यादा फ़ायदेमंद होती है।
- पालक खाने से नज़र साफ़ और तेज़ हो जाती है। पालक में फ़ाइबर भी ज़्यादा मात्रा में पाया जाता है, जो कब्ज़ हटाने और पेट साफ़ करने के लिए बहुत ज़रूरी होता है।
- पालक में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, फॉलिक एसिड, कैल्शियम और आयरन (लौह) सबसे ज़्यादा मात्रा में पाया जाता है।
- रोज़ाना पालक खाने से पाचन शक्ति बेहतर होती है और बच्चे का पूरा विकास होता है।
परोसने के तरीके:
- पके हुए पालक में बहुत ज़्यादा पौष्टिक तत्व होते हैं।
- पालक को आप पास्ता, सैंडविच, कटलेट, बर्गर, पिज़्ज़ा वगैरह में भी डाल सकते हैं।
- ताज़े कटे हुए पालक को आप प्याज़, भुने हुए लहसुन और टमाटर के साथ सलाद की तरह भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- पालक की स्वादिष्ट सब्ज़ियां जैसे कि पालक-पनीर, आलू-पालक आदि को रोटी और चावल के साथ भी खाया जा सकता है।
बच्चों को खाते-खाते पालक भी स्वादिष्ट लगने लगेगा। आप पालक की जगह अन्य हरी पत्तेदार सब्ज़ियां भी इस्तेमाल कर सकते हैं जिनसे बच्चों को पौष्टिक तत्व मिल सके और उनके शरीर में फ़ाइबर की कमी ना हो।
मशरूम
- मशरूम में विटामिन, आयरन (लौह), कॉपर, मैग्नीशियम, पोटैशियम और ज़िंक जैसे खनिजों के गुण बहुत ज़्यादा मात्रा में पाए जाते हैं। मशरुम में बहुत से एन्टी-ऑक्सीडेंट और जलन-प्रतिरोधी तत्व भी पाए जाते हैं जिनकी मदद से जलन से छुटकारा पाया जा सकता है।
- बच्चों को मशरूम का रंग, रूप, स्वाद वगैरह पसंद नहीं आता है। क्योंकि मशरूम में इतने पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं, इसलिए आपको बच्चों का स्वाद और उनकी पसंद बदलने का कोई न कोई तरीका ढूंढना ही होगा। बच्चों को मशरूम परोसने के बेहतरीन तरीके नीचे दिए गए हैं:
- मशरूम को सॉस (भुना या भरवां) और पिज़्ज़ा में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- आप मशरुम को चावल के साथ बनाकर उसमें सोया सॉस और काली मिर्च डालकर आराम से बना सकते हैं। इससे स्वाद भी बढ़ता है।
- आप मशरूम के विकल्प के तौर पर टोफ़ू, ज़ुकीनी और धूप में सूखे हुए टमाटरों को इस्तेमाल कर सकते हैं।
पानी
- पानी पीने से पचाने की शक्ति बेहतर होती है, वज़न सही रहता है। सही तापमान का पानी पीने से कब्ज़ की समस्या नहीं होती है और पानी पीते रहने से शरीर के सभी हिस्सों में पौष्टिक तत्वों और ऑक्सीजन की कमी नहीं होती।
- बच्चे के पानी ढंग से ना पीने को लेकर माता-पिता अक्सर परेशान रहते हैं। अपने बच्चे को पानी पिलाने के लिए आप नीचे दिए गए उपाय आज़मा सकते हैं:
- पानी को आकर्षक रंगीन बोतलों में भरकर रखें
- बाहर ले जाने पर आप बच्चों को उनकी खुद की बोतल में भरकर पानी दें
- खेलते समय उन्हें पानी पीने के लिए ब्रेक्स लेने दें जिससे वे सेहतमंद रहेंगे
- बच्चों को पीने के लिए नियमित तौर पर नारियल पानी दें जिससे वो गर्मी की धूप को सह सकें। नारियल पानी में एलेक्ट्रोलाइट्स और खनिज अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं और इससे बच्चों में पानी की कमी नहीं होती।
- आप पानी के एक अच्छे विकल्प के तौर पर बच्चों को ताज़े फल या फिर नींबू-पुदीने वाला पानी भी दे सकते हैं। ये ड्रिंक्स आपके बच्चों को और पानी पीने के लिए प्रोत्साहित करेंगी। चीनी के बिना पानी वाली ड्रिंक्स बनाकर देना एक बेहतर विकल्प होता है और ऐसा करने से आप बच्चों को पानी पीने के लिए उत्साहित कर सकते हैं।
- हर्ब और फल मिलाकर पानी वाले ड्रिंक्स बनाने की कुछ रेसिपीज़ में, आप संतरा, खीरा, पुदीना, अनानास, नींबू, स्ट्रॉबेरी, चेरी, लाइम, अंगूर, जामुन और आम जैसे फल इस्तेमाल कर सकते हैं।
- बच्चे को कितने पानी की ज़रूरत है, ये उसकी उम्र और वज़न पर निर्भर करता है। दिन भर में 6 से 8 गिलास पानी पीना बहुत ज़रूरी होता है।
- कुछ फल और सब्ज़ियों में भी पानी की अच्छी मात्रा पाई जाती है। पानी से भरपूर चीज़ें जो बच्चों को दी जा सकती हैं उनमें तरबूज़, खीरा, टमाटर, स्ट्रॉबेरी, संतरा, सलाद, शिमला मिर्च, अंगूर और पत्तागोभी वगैरह शामिल हैं।
दूध
- दूध में कैल्शियम, विटामिन और प्रोटीन वगैरह पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। ये सभी तत्व बच्चे के विकास और उसकी हड्डियों की मज़बूती बनाए रखने के लिए ज़रूरी होते हैं।
- डॉक्टर्स के मुताबिक 12 महीने से कम उम्र के बच्चों के लिए स्तनपान बेहद ज़रूरी है। कुछ बच्चों को दूध का स्वाद पसंद नहीं आता और वो बचपन में दूध पीने से मना भी कर देते हैं। आप बच्चे को दूध की जगह दूध से बनी दूसरी चीज़ें जैसे कि दही, पनीर, चीज़, योगर्ट वगैरह खिला सकते हैं।
पौष्टिक तत्वों के अलावा, फ़ंक्शनल फ़ूड का भी बच्चे की सेहत पर अच्छा असर होता है। खाने की इन चीज़ों को दिन भर के खान-पान में शामिल करने से, आपके बच्चे के खाने की पौष्टिकता बढ़ेगी और उसके शरीर का मेटाबॉलिज्म बेहतर होगा जिससे उसकी ताकत का स्तर बेहतर होगा। आप बच्चों से अलग-अलग रंगों, आकारों और सेहतमंद खाने के बारे में बात कीजिए और उन्हें इसके फ़ायदे समझाइए।
अगर आपका बच्चा सेहतमंद और संतुलित आहार नहीं ले रहा है तो आपको उसे डाइटरी सप्लीमेंट देने पड़ेंगे। आप अपने पेडियाट्रिशन (बच्चों के डॉक्टर) से उसके पोषण की ज़रूरतों के विषय में बात करें और अपने बच्चे के विकास में मदद करें।