बच्चों को दें नारियल पानी का पोषण
जब बात आती है बच्चों के हाइड्रेशन की तो सादे पानी से बेहतर चीज़ और कोई नहीं है। हालांकि अगर आप कुछ नया, प्राकृतिक और सेहतमंद विकल्प खोज रहे हैं तो नारियल पानी चुनें। नारियल पानी में कम कैलोरी, ज़ीरो फैट, कम कोलेस्ट्रॉल होता है और 4 केलों से भी ज़्यादा पोटैशियम की मात्रा होती है। यह एक प्राकृतिक स्पोर्ट्स ड्रिंक है और अभी कुछ समय से नारियल पानी की लोकप्रियता भी काफ़ी बढ़ गयी है क्योंकि यह कैंसर और किडनी स्टोन से राहत दिलाने में फ़ायदेमंद होता है। नारियल पानी में प्राकृतिक मिठास और बेहतरीन स्वाद होता है। इसमें शुगर के रूप में कार्बोहाइड्रेट होते हैं जिन्हें पचाना भी बहुत आसान होता है। इसमें इलेक्ट्रोलाइट भी होते हैं। हाई फैट वाले नारियल के दूध और नारियल के तेल के विपरीत नारियल पानी हरे नारियल के बीच में साफ़ पानी होता है।
नारियल पानी में सोडा और पैकेज्ड फ्रूट जूस की तुलना में कम चीनी होती है, इसलिए बच्चों के लिए यह एक पौष्टिक पेय है। हालांकि, इसे अत्यधिक मात्रा में पीने से कैलोरी बढ़ सकती है, और इसे हिसाब से पीना ही ज़्यादा बेहतर है। नारियल पानी मतली और ख़राब पेट से राहत दिलाता है। साथ ही इससे पेट भी जल्दी नहीं भरता है यानी कि बच्चों के आहार से कोई भी चीज़ कम करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। छोटे बच्चों के लिए नारियल पानी के बहुत सारे फायदे हैं। बीमार बच्चों को भी नारियल पानी दिया जा सकता है, खासकर अगर उन्हें दस्त या उल्टी के बाद डीहाइड्रेशन की ज़रूरत होती है।
बच्चों के लिए नारियल पानी के कुछ फ़ायदे नीचे बताए गए हैं:
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पोषक तत्वों का मुख्य स्रोत: नारियल बड़े ताड़ के पेड़ों पर पाए जाते हैं जिन्हें कोकोसुनीसेरा कहा जाता है। तो, यह एक नट के बजाय एक फल है। इस फल के बीचों बीच मिलने वाले पानी या रस से इस फल में पोषण आता है। पकने के बाद इसका थोड़ा तरल पदार्थ रह जाता है और बाकी पककर नारियल का सफ़ेद हिस्सा बनता है। इस तरह नारियल पानी प्राकृतिक रूप से बनता है और इसमें 94% पानी है। इसमें कम मात्रा में फैट होता है। यह नारियल के दूध से पूरी तरह अलग है, जो 50% पानी है और उसमें बहुत अधिक फैट होता है। 10 से 12 महीनों में नारियल पूरी तरह से पक जाता है। 6 से 7 महीने तक के नारियल में आपको नारियल पानी बहुत आसानी से मिल सकता है। औसतन एक हरे नारियल में 0.5 से 1 कप नारियल पानी होता है। नारियल पानी यानि 1 कप या 240 मिली पानी में पोषक तत्वों में 9 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 3 ग्राम फाइबर, 2 ग्राम प्रोटीन और बहुत सारा विटामिन सी, मैग्नीशियम, मैंगनीज, पोटेशियम, सोडियम और कैल्शियम होता है।
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एंटीऑक्सीडेंट मेटाबोलिज़्म के दौरान आपके शरीर में मुक्त कण पैदा हो जाते हैं जो अगर आपके बच्चे को कोई चोट लगी है या सर्जरी हुई है तो यह कण बढ़ जाते हैं। इनके बढ़ने से शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस हो सकता है जिससे शरीर की कोशिकाओं को नुकसान होता है और शारीरिक बीमारियों का ख़तरा बढ़ सकता है। नारियल पानी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो इन मुक्त कणों को सही रखते हैं और ख़तरे को कम करते हैं।
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डायबिटीज़ से राहत: नारियल पानी से खून में शुगर का स्तर कम होता है। शोध से पता चलता है कि नारियल पानी से hbA1c का स्तर भी कम होता है जिससे ज़्यादा समय के लिए खून में शुगर की मात्रा कम हो जाती है। 3g फ़ाइबर और 6g कार्बोहाइड्रेट के कारण नारियल पानी डायबिटीज़ में अपने आहार में शामिल करना फ़ायदेमंद होगा।
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किडनी स्टोन (पथरी) से राहत जब कैल्शियम और ऑक्सेलेट जैसे कंपाउंड मिलकर यूरीन में क्रिस्टल बनाते हैं तो ऐसे में किडनी में पथरी की समस्या होती है। नारियल पानी इन पत्थरों को किडनी में चिपकने से रोकता है। नारियल पानी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट मुक्त कणों को बनने से रोकते हैं।
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दिल को स्वस्थ रखता है: नारियल पानी खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम करता है और ट्राईग्लिसराइड्स के स्तर को भी कम करता है।
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ब्लड प्रेशर कम करता है: नारियल पानी से ब्लड प्रेशर सही होता है क्योंकि इसमें अत्यधिक पोटैशियम होता है जो ब्लड प्रेशर कम करने में मदद करता है। इसमें एंटी थ्रोमबेटिक गुण भी होते हैं जो खून के थक्के जमने से बचाता है।
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खेलने या एक्सरसाइज़ के बाद पीने के लिए फायदेमंद ड्रिंक: किसी भी शारिरिक व्यायाम के कारण शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की कमी को नारियल पानी से पूरा किया जा सकता है। शरीर में तरल की मात्रा को संतुलित रखने के लिए सोडियम, पोटैशियम, और कैल्शियम की तरह इलेक्ट्रोलाइट भी बहुत ज़रूरी होते हैं।
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हाइड्रेशन का स्वादिष्ट ज़रिया: नारियल पानी हल्का मीठा होता है। सीधे नारियल से यह पानी पीना बहुत ताज़गी भरा होता है। आप नारियल को ठंडा कर सकते हैं और 2-3 हफ़्तों में पी सकते हैं। बाज़ार में बोतल में भी नारियल पानी मिलता है लेकिन यह ख़रीदने से पहले न्यूट्रीशन लेबल ज़रूर पढ़ें। नारियल पानी स्मूदी और सलाद की ड्रेसिंग बनाने के लिए इस्तेमाल होता है।
एक बार आपके बच्चों को नारियल पानी की आदत हो जाएगी तो वो अपने आप एयरेटेड या एडेड शुगर वाले ड्रिंक जैसे कोला और सोडा आदि पीना छोड़ देंगे।