घर का बना खाना बच्चों और बड़ों दोनों के लिए बेहद पौष्टिक विकल्प है लेकिन कभी कभी रेस्टोरेंट या कैफ़े में जाना मज़ेदार और दिलचस्प अनुभव हो सकता है। साथ ही जिन माता पिता को रेस्टोरेंट में खाना पसंद होता है वे अपने बच्चे को पहली बार रेस्टोरेंट ले जाने के लिए बहुत ख़ुश रहते हैं! हालांकि, याद रखें कि बाहर खाना खाते वक़्त भी बच्चों को सेहतमंद खाने के बारे में बताया जा सकता है। आप सोच रहे होंगे कि रेस्टोरेंट में तो अक्सर ज़्यादा फैट,ज़्यादा नमक, और शुगर वाला खाना मिलता है तो ऐसे में रेस्टोरेंट में बच्चों को सेहतमंद खाना कैसे खिलाएँ। नीचे दिए गए सुझाव बहुत फायदेमंद होंगे:
बच्चों को सेहतमंद खाना कैसे सिखायें
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हमेशा ऐसे रेस्टोरेंट चुनें जहाँ बच्चों के लिए सेहतमंद भोजन के विकल्प होते हैं। इसके मतलब है ऐसे रेस्टोरेंट में जाएँ जहाँ बच्चों के लिए कम मात्रा वाला हेल्दी खाना मिल सके।
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रेस्टोरेंट जाने से पहले ही अपने बच्चों को चिप्स या ब्रेड खिलाने से उनका पेट भर जाएगा और ऐसे में वे बाहर जाकर कुछ पौष्टिक नहीं खाना चाहेंगे।
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अगर आपका बच्चा बहुत छोटा है तो आप सोच रहे होंगे कि जिस रेस्टोरेंट में बच्चों के स्वाद से कुछ भी नहीं है वहाँ उन्हें खाना कैसे खिलाएँ। आप बच्चे की उम्र में हिसाब से उन्हें मैश किया केला, या मुलायम कटे फल खिला सकते हैं और ख़ुद अपना खाना आराम से खा सकते हैं। इससे बच्चे ज़रूरत के अनुसार फलों की सुझाई मात्रा भी खा सकेंगे और उनका मन भी लगा रहेगा। अँगूर और अन्य फलों को छोटे छोटे टुकड़े में काटकर दें ताकि उनके गले में न फंसे।
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अपने बच्चे को खाना चबाकर, धीरे धीरे खाने को कहें ताकि उसे स्वाद समझने में आसानी हो सके। पेरेंट्स ही बच्चों के रोल मॉडल बनते हैं और बच्चों को सेहतमंद खाना खिलाने के लिए शांत और सकारात्मक माहौल रखना चाहिए।
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बच्चों की जिज्ञासा बढ़ाएँ और उन्हें टेबल मैनर्स भी सिखाएं।थोड़े ऑलिव ऑइल या मरीनारा सॉस में बना पास्ता हर बच्चे को पसंद आता है क्योंकि बच्चे पास्ता आसानी से खा सकते हैं।
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वेटर से कहें कि बच्चों के खाने में अतिरिक्त नमक न डालें। साधा बेक किया आलू या शकरकंद पर थोड़ी सीजनिंग डालकर खाना भी बच्चों के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है। बच्चों को मसालेदार या गर्म खाना न दें। बच्चों को खाना खिलाने से पहले उसमें से ख़ुद खाएँ और पता करें कि बच्चों के लिए खाने लायक है या नहीं।
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अपने बच्चों को नई तरह की चीज़ें खिलाएँ। बच्चों के खाने में जितनी ज़्यादा अलग अलग प्रकार की चीज़ें होंगी, बच्चों को उतना ही ज़्यादा पोषण भी मिलेगा। आप अपनी प्लेट में से भी बच्चों को थोड़ा बहुत खिला सकते हैं।
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भले ही खाने की एक प्लेट को सबके पास देना है या चीज़केक बाँटकर खाना हो, अपने बच्चे को बाँटकर खाना और पोर्शन नियंत्रण करने के बारे में ज़रूर सिखाएं।
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आजकल रेस्टोरेंट में जाकर खाना खाना पहले से ज़्यादा सामान्य हो चुका है तो आपको हमेशा इस बात का ध्यान रखना होगा कि आपका बच्चा क्या पी रहा है। सोडा के बजाय उन्हें फैट फ्री दूध या साधा पानी या ताज़ा फलों का जूस दें
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आप बेक्ड या ग्रिल्ड चिकन डिश, फ्राई सब्ज़ियाँ, या मीट बॉल्स और टमाटर सॉस वाला पास्ता चुन सकते हैं और अपने बच्चे को उसी में से थोड़ा बहुत खिला सकते हैं। रेस्टोरेंट में खाते वक़्त शुरू में बच्चों के लिए सेहतमंद एपेटाइज़र चुनें जो उनके लिए मुख्य भोजन हो सके जैसे चिकन स्कुअर्स, स्प्रिंग रोल आदि। सूप और सैंडविच भी मज़ेदार विकल्प हो सकता है।
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बच्चों को बाहर ले जाने से पहले ज़रूरी नियम बनाएँ। अगर उन्होंने पहले ही मीठा खा लिया है तो उन्हें बताएँ कि वे बाहर डेज़र्ट नहीं खाएँगे। उन्हें फल दिए जा सकते हैं।
तो अपने बच्चों में सेहतमंद खाने की आदत डालने के लिये एक कुछ बेहतरीन तरीक़े हैं। रेस्टोरेंट में ऐसा खाना चुनें जो स्थानीय सामग्री से ही बना हो या जिसमें ज़्यादा सॉस न हों क्योंकि ज़्यादा सॉस में एडेटिव्स भी बहुत ज़्यादा होते हैं। रेस्टोरेंट के खाने में फैट, कैलोरी और नमक बाहत ज़्यादा होता है। तो कोशिश करें कि आप किसी ऐस जगह पर जाएँ जहाँ हेल्दी खाना मिलता हो। अगर ऐसा मुमकिन नहीं है तो अपने बच्चे के भोजन और पोर्शन आकार में संतुलन बनाएँ ताकि उसे पर्याप्त पोषण मिल सके।