क्या आप मिठाई और चॉकलेट के लिए अपने बच्चे के झुकाव से परेशान हैं? आमतौर पर, मीठी चीज़ आपके बच्चे के शरीर के लिए ज़रूरी नहीं होती है, क्योंकि इससे कोई ज़रूरी पोषक तत्व नहीं मिलते हैं। इसके बावजूद, ज़्यादातर बच्चे ऐसी किसी भी चीज़ को पसंद करते हैं जो मीठी हो। इसमें कोई हैरानी नहीं होना चाहिए, क्योंकि आपके बच्चे का चखा हुआ पहला स्वाद, मीठा होता है जो उसे अपनी मां के दूध से मिलता है।

एक बच्चा नमकीन, कड़वी, और खट्टी खाने की चीज़ों को चखने से पहले मीठे के स्वाद को पहचानता है।

बच्चे के जीवन के शुरू के सालों में, अलग-अलग स्वादों के बीच संतुलन बनाना बहुत ज़रूरी है। यह बच्चे को सभी तरह के स्वादों को पसंद करने और उन्हें अपनाने में मदद करता है और भविष्य में सिर्फ किसी एक स्वाद को पसंद करने से भी बचाता है।

मीठा खाने की लत न केवल एक बच्चों बल्कि बड़ों को भी लग सकती है। इसलिए, आपको अपने बच्चे की मीठी चीज़ें खाने की इच्छा (स्वीट क्रेविंग) पर नज़र रखने की ज़रूरत है।

आपके बच्चे के खाने में बहुत अधिक मीठी चीज़ें होने से समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि:

  • दांतों का खराब होना या कैविटी होना
  • अधिक वज़न या बचपन से ही मोटापा होना
  • मीठे की लत, जिसकी वजह से बच्चे दूसरी चीज़ें खाने में नखरे दिखा सकते हैं या उन्हें न खाने की ज़िद कर सकते हैं। 
  • कई रिसर्च में पाया गया है कि ज़्यादा मीठा खाने वाले बच्चों में हाइपरएक्टिविटी की समस्या होती है।  

अपने बच्चे की मीठा खाने की आदत को कम करने के सुझाव:

  • फ़ूड ग्रुप्स के हिसाब से दिन में अलग-अलग खाने की योजना बनाएं और बच्चे को मीठी चीज़ों के बुरे प्रभाव के बारे में बताएं।
  • घर में चॉकलेट, टॉफी, और शक्कर से बनी चीज़ों को कम रखें। इन चीज़ों को बहुत ही कम मात्रा में लाएं, और वह भी कभी-कभार। जब ऐसी खाने की चीज़ें बच्चे के लिए उपलब्ध नहीं होंगी, तो वह उनके लिए ज़िद नहीं करेंगे।
  • चॉकलेट, टॉफी, केक, पेस्ट्री के बदले बच्चे को अन्य सेहतमंद मीठी चीज़ें जैसे-फल, सूखे मेवे, किशमिश, खजूर आदि दें।
  • कार्बोनेटेड पीने की चीज़ें और सोडा से बचें। इसके बजाय, बच्चे को ताज़ा रस, स्मूदी, मिल्कशेक आदि दें।
  • कभी-कभी बच्चे को उसकी पसंदीदा मीठी चीज़ खाने को दें। उन मीठी चीज़ों को अलग-अलग तरीके से सेहतमंद बनाने की कोशिश करें, उदाहरण के लिए, आइसक्रीम में कटे हुए फल मिलाना।

अपने बच्चे के साथ खाना खाएं। आपका बच्चा क्या खाएगा यह काफ़ी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि आप क्या खाते हैं। इसलिए, यदि आप मीठा खाना छोड़ते हैं और सेहतमंद चीज़ें खाते हैं, तो आपका बच्चा भी ऐसा ही करेगा।

अपने बच्चे के खाने में पानी कैसे शामिल करें?

अपने बच्चे को दिन में ज़रूरी मात्रा में पानी पिलाना मुश्किल हो सकता है, लेकिन यह नामुमकिन नहीं है। पूरे दिन में कम से कम 6-8 कप पानी पिलाने की कोशिश करें। इसे कई तरीकों से किया जा सकता है जैसे:

  • बच्चे को जूस पिलाएं, जिन्हें, अलग-अलग स्वाद से भरे और स्वादिष्ट होने के नाते बच्चे को पिलाना आसान होगा।
  • गर्मियों के मौसम में, अपने बच्चे को फलों से बने पॉप्सिकल्स (फलों से बनी आइसक्रीम) दें।
  • अपने बच्चे को ऐसी खाने की चीज़ें दें जिनमें पानी की मात्रा में ज़्यादा हो, उदाहरण के लिए, तरबूज, खीरा, टमाटर, संतरा, मौसम्बी, आदि।
  • पानी में नींबू के स्लाइस और पुदीना को मिलाएं और उसे स्वादिष्ट बनाकर बच्चे को दें।
  • उन्हें सेहतमंद खाने की चीज़ें जैसे- नारियल पानी, सूप, लस्सी, छाछ आदि दें।