जब बात आती है पोषण की तो अक्सर भारतीय माता-पिता के लिए यह एक चुनौती होती है कि आहार को संतुलित कैसे करें। बच्चे खाना खाने में नखरे करते हैं तो ऐसे में उन्हे सेहतमंद और घर का बना खाना खिलाना बहुत मुश्किल हो सकता है। इसके अलावा, जंक फूड और शुगर ड्रिंक्स की आसान उपलब्धता के कारण आपके बच्चे के आहार में कैलोरी और फैट की मात्रा बढ़ती है। तो, यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि बढ़ते बच्चों में मोटापा एक प्रमुख स्वास्थ्य चिंता के रूप में उभरा है। मोटापे के साथ समस्या यह है कि, अगर इसे अनियंत्रित छोड़ दिया जाता है, तो यह आपके बच्चे के लिए भविष्यमेंहाइ ब्लड प्रेशर, हाइ कोलेस्ट्रॉल, टाइप2 डायबिटीज़औरयहांतक किकम आत्मिश्वास जैसीबीमारियों और समस्याओं का कारण बन सकता है।


तो, अपनेबच्चेकेबीएमआईयाशरीरके फैट कोमापनाबहुत ज़रूरी है।यह वजनकोऊंचाईकेवर्गद्वाराविभाजितकरकेप्राप्तकियाजाताहै।औरशरीरमेंफैटप्रतिशतसे समान उम्र और लिंग के बच्चों की तुलना में अपने बच्चे का स्वास्थ्य देख सकते हैं। इसलिए, अगरआपकेबच्चेकाबीएमआई85 प्रतिशतयाउससेअधिकहै, तोउसेअधिकवजनयामोटापेकाखतराहै।अपनेबच्चेमेंस्वस्थभोजनकीआदतोंकोबढ़ाकर, उसेशारीरिक गतिविधियों के लिएप्रोत्साहितकरें औरइनसुझावों को अपनाएं:

अपने बच्चों को पोर्शन नियंत्रण के बारे में बताएं और बर्गर, फ्राइज और पिज़्ज़ा जैसे जंक फूड की मात्रा कम करें।

  1. नूडल्स बनाते समय उसमें ज़्यादा से ज़्यादा ताज़ा सब्जियाँ डालें ताकि यह पौष्टिक रहे। मैदे से बने पास्ता के बजाय गेहूं का पास्ता चुनें।
  2. ध्यान रखें कि आपका बच्चा पर्याप्त पानी पिये। इससे उनका पेट भरा रहेगा और वे ज़्यादा चीनी वाले फैटी स्नैक्स की मांग भी नहीं करेंगे।
  3. आइसक्रीम और चिप्स की बजाय स्नैक्स में कोई फल या सब्जी दें। पीनट बटर या सेब के साथ दही भी अच्छे विकल्प हैं।
  4. बच्चों के खेलने के लिए कम से कम एक घंटे का समय तय करें। यह शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बेहद ज़रूरी है।
  5. बच्चे एक ही काम करते करते थक जाते हैं तो उन्हे डांस करना,रस्सी कूदना आदि सिखाएँ।
  6. हर दिन उन्हें सिर्फ 30 से 60 मिनट ही टीवी देखने दें। पूरे दिन टीवी देखने के बजाय अपने बच्चे को बाहर जाकर खेलने के लिए प्रोत्साहित करें।
  7. वज़न कम करने के बजाय अच्छी सेहत पर ध्यान दें। बच्चों में सेहतमंद खाने की आदत डालें और शारीरिक गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित करें। इससे उनका वज़न अपने आप सामान्य हो जाएगा।
  8. बच्चों में सेहतमंद खाने की आदतें और शारीरिक गतिविधियों के लिए पूरे परिवार को कोशिश करनी चाहिए क्यूंकी बच्चे अपने आसपास के लोगों को ही देखकर सीखते हैं।
  9. परिवार के सभी सदस्यों को एक साथ खाना खाना चाहिए और खाने के दौरान टीवी देखने से परहेज करें ताकि बच्चा खाने के स्वाद,फ्लेवर,रंग और टेक्सचर पर ध्यान दे सके।
  10. बच्चों को टीवी देखते समय खाना या स्नैक्स न दें क्यूंकी इससे वे ज़्यादा खाना खाएँगे और उनका वज़न बढ़ सकता है।
  11. बच्चों को पूरी तरह मीठा या फैटी भोजन खाने से मना न करें वरना उनकी इच्छा और ज़्यादा बढ़ेगी। आप उन्हें समय समय पर ऐसी चीजें खिला सकते हैं। सही मात्रा में आप उन्हे हर तरह का भोजन खिला सकते हैं।
  12. खाना बनाने और उसके लिए चीजें ख़रीदने में अपने बच्चे को भी शामिल करें। इससे आपको उनकी पसंद के बारे में भी पता चलेगा और आप उन्हें पोषण के बारे में भी समझा पाएंगे।
  13. उन्हें फलों का जूस बहुत ज़्यादा न दें क्यूंकी इसमें चीनी और कैलोरी बहुत ज़्यादा होती है। इसकी जगह आप उन्हें ताज़ा फल खिला सकती हैं क्यूंकी इससे उन्हें फाइबर मिलेगा।
  14. खाने को आराम से और चबाकर खाने को कहें ताकि सही समय पर उनका पेट भर जाए।
  15. बच्चे के खाना खाने के पैटर्न को समझें कि क्या बच्चा बोर,उदास या अकेला होने पर खाना खाता है। उन्हें इसके बारे में बताएं और उन्हें असली भूख के बारे में भी बताएं।
  16. तोहफ़े या सज़ा के तौर पर खाने का इस्तेमाल न करें। ऐसा करने से बच्चे खाने को सही से अपना नहीं पाएंगे।


हर बच्चे का शरीर अलग होता है। तो अगर आपको उन्हें देखकर लगता है कि उनका वज़न ज़्यादा है और आप उनके आहार में बदलाव करते हैं तो यह सेहतमंद नहीं होगा। बच्चों को ज़रूरत से ज़्यादा वज़न कम करने वाला आहार भी नहीं खिलाना चाहिए क्यूंकी वे अभी बढ़ ही रहे हैं,और आहार में रोकथाम करने से उनके विकास पर असर पड़ सकता है। बच्चे का कद और वज़न देखने के लिए हमेशा स्वास्थ्य सुरक्षा विशेषज्ञ की मदद ज़रूर लें।