कौन से माता-पिता नहीं चाहेंगे कि उनके बच्चे का पाचन तंत्र (डाइजेस्टिव सिस्टम) अच्छा हो? और आपके लिए अच्छी खबर यह है कि इसे हासिल करना मुश्किल नहीं है। आपको बस सही तरह का आहार लेना है। इस आर्टिकल में आपके बच्चे के पाचन को बढ़ाने वाले आहार के बारे में सारी जानकारी दी गई है।
बच्चों में पाचन की समस्या
2-5 साल के बच्चों में पाचन की समस्या होना काफ़ी आम बात है। पेट गड़बड़ होना, सीने में जलन, मतली, गैस, पेट फूलना, कब्ज़ और दस्त पाचन से जुड़ी कुछ समस्याएँ हैं। बच्चों में पाचन की समस्या किसी बीमारी, किसी दवा या फ़ूड इन्टोलेरेंस (कुछ खाद्य पदार्थों को पचाने में मुश्किल आना) जैसे कई कारणों से हो सकती है, लेकिन अगर देखा जाए, तो सबसे मुख्य कारण डाइट है।
सेहत के नज़रिये से देखा जाए,तो खराब डाइट ही बच्चों में पाचन से जुड़ी समस्याओं के लिए ज़िम्मेदार होती है। माँ-बाप होने के नाते हम हमेशा ऐसे आहार ढूँढते है, जिससे बच्चे के पाचन को सुधार सकते हैं। इसलिए, एक सेहतमंद पाचन तंत्र के लिए बहुत सारे तरल पदार्थ, फ़ाइबर की अच्छी मात्रा वाली डाइट और कसरत की ज़रूरत होती है।
फ़ाइबर से भरपूर आहार
फ़ाइबर से भरपूर आहार से आपके बच्चे को मल त्याग (बॉवेल मूवमेंट) में कोई परेशानी नहीं आती है। आपको अपने बच्चे की डाइट में बिना छिला हुआ सेब और नाशपाती, फलियाँ (राजमा, काली सेम), उच्च फ़ाइबर वाले अनाज जैसे कि साबुत अनाज वाली ब्रेड का सैंडविच, बिना छिला हुआ बेक्ड आलू, आदि कुछ फ़ाइबर से भरपूर आहार शामिल करने चाहिए।
अच्छी मात्रा में तरल पदार्थ
बच्चों को ज़्यादा मात्रा में तरल पदार्थ देने चाहिए, ताकि फाइबर आसानी से पाचन तंत्र से गुज़र सके। आप तरल पदार्थ के रूप में साधारण पानी या अलग तरह के फलों के रस, नारियल पानी, नींबू का रस आदि दे सकती हैं।
कसरत
जिस तरह बच्चे के पाचन तंत्र के लिए अच्छी डाइट और तरल पदार्थ बहुत ज़रूरी होते हैं, ठीक उसी तरह कसरत भी उतनी ही ज़रूरी होती है। कसरत दिल, फेफड़ों, बिमारियों से लड़ने की प्रणाली (इम्यून सिस्टम) और पाचन तंत्र के लिए अच्छी होती है। आपके बच्चे को काफ़ी सारी फ़िज़िकल एक्टिविटी (शारीरिक गतिविधियाँ) करनी चाहिए क्योंकि इससे उनका पाचन तंत्र अच्छा रहता है। फ़िज़िकल एक्टिविटी आपके गैस्ट्रोइंटेस्टिनल ट्रैक्ट (इंसानों के अंदर की अंग प्रणाली, जो खाने में से एनर्जी और पोषक तत्वों को निकालने और अवशोषित (अब्सॉर्ब) करने के लिए पचाती है, और बाकी अपशिष्ट (वेस्ट) को मल के रूप में बाहर निकालती है) को उत्तेजित करती है और खाने को बेहतर तरीके से पचाने में मदद करती है।
घरेलू उपचार का इस्तेमाल करके पाचन से जुड़ी समस्याओं का इलाज कैसे करें?
कुछ ऐसे आसान घरेलू उपचार भी हैं, जिनका इस्तेमाल आप अपने बच्चे को किसी पाचन से जुड़ी परेशानी के लिए बच्चों के डॉक्टर के पास जाने से पहले कर सकती हैं:
आप बच्चे को इस परेशानी से तुरंत आराम देने के लिए उसे पुदीने की चाय दे सकती हैं या बच्चे को वॉक के लिए बाहर ले जा सकती हैं।
अपने बच्चे को धीरे-धीरे खाने के लिए प्रोत्साहित करें और खाने के पहले और बाद में रिलेक्स करने को कहें क्योंकि ऐसा करने से शरीर को खाना पचाने में मदद मिलती है।
अपने बच्चे को फ़ाइबर से भरपूर डाइट और प्रोबायोटिक दही जैसे किण्वित (फ़र्मेन्टेड) आहार देने चाहिए।
अपने बच्चे के पेट को कोमल तरीके से रगड़ने की कोशिश करें, क्योंकि ऐसा करने से शरीर से किसी भी गैस को बाहर निकालने में मदद मिलती है। इससे पेट की गड़बड़ी और पेट फूलना जैसी परेशानियों से काफ़ी आराम मिलता है।
अपने बच्चे का पाचन सुधारने के लिए किन चीज़ों से बचना चाहिए?
अभी तक हमने जाना और समझा कि कुछ आहार और आसान घरेलू उपचार किस तरह से पाचन में मदद करते हैं, अगर हम अपने बच्चे की पाचन से जुड़ी समस्याओं को सुलझाना चाहते हैं,तो कुछ ऐसे भी खाद्य पदार्थ हैं, जिनसे हमें पूरी तरह से दूरी बनाए रखनी चाहिए।
- बच्चे के खाने में ज़्यादा मसाला न डालें।
- बच्चे को ज़्यादा तला हुआ खाना न दें।
- बच्चे को सिरका जैसे अम्लीय पदार्थ (एसिडिक) और खट्टे खाद्य पदार्थ न दें।
- फ़्रुक्टोज जैसे मीठे पदार्थ भी पाचन प्रक्रिया में रुकावट डालते हैं।
- चीनी, सफ़ेद चावल और सफ़ेद ब्रेड जैसे रिफ़ाइंड खाद्य पदार्थों से कब्ज़ हो सकती है।
- बच्चे को पनीर और अन्य डेयरी उत्पाद देना कम कर दें।
पाचन की समस्या के कारण आपका बच्चा असहज महसूस कर सकता है, लेकिन अगर आप सही आहार संबंधी सावधानियाँ बरतें और घरेलु नुस्खे अपनाएँ, तो आपके बच्चे को थोड़ा आराम मिल सकता है।