आपके बच्चे दिन भर टीवी में किस तरह की चीज़ें देखते हैं यह आपके लिए नियंत्रित करना बहुत मुश्किल हो सकता है। भले ही आपने टीवी में बच्चे की उम्र के हिसाब से ही चैनल लगवाए होंगे लेकिन टीवी पर आने वाले विज्ञापन आपके बच्चे के विचार, पसंद और नापसंद को बहुत ज़्यादा बदल सकते हैं। ख़ासतौर से खाद्य पदार्थ के विज्ञापन क्योंकि वे टीवी पर लज़ीज़ दिखते हैं लेकिन पौष्टिक बिल्कुल नहीं होते। अगर बच्चे अक्सर बर्गर, पिज़्ज़ा जैसे जंक फ़ूड के विज्ञापन देखेंगे तो वे घर का बना पौष्टिक और प्राकृतिक खाना नहीं खाएँगे।

और चूँकि जंक फ़ूड में कैलोरी, नमक और चीनी बहुत ज़्यादा होती है तो इन जंक फ़ूड से आपकी नन्ही जान के विकास एवं वृद्धि के लिए ज़रूरी पोषण नहीं मिल पाता है। इस तरह के खाद्य पदार्थों से आपके बच्चे को ज़रूरी विटामिन, प्रोटीन और फ़ाइबर नहीं मिलते हैं। साथ ही टीवी देखने से बच्चों की जीवनशैली गतिहीन हो सकती है और उनके शरीर में पोषण की कमी भी हो सकती है। इसलिए आपको इस बात का पूरा ध्यान रखना चाहिए कि आपके बच्चे के दिमाग पर किसी भी विज्ञापन का क्या असर पड़ेगा और इस हिसाब से आप टीवी देखने की उनकी इस आदत को सुधार सकते हैं।

बच्चे की आदतों पर टीवी के प्रभाव को कैसे कम करें

तो अब जब आप यह जान चुके हैं कि आपके बच्चे की आदतों पर विज्ञापन का क्या असर होता है तो पेरेंट्स होने के तौर पर आपको यह तय करना होगा कि आपका बच्चा कितनी देर टीवी देखेगा। यहाँ दिए गए सुझाव फ़ायदेमंद होंगे

  1. बच्चों को हमेशा सेहतमंद खाने के फ़ायदे बताएँ

    टीवी पर आने वाले विज्ञापन पर आपका कोई नियंत्रण नहीं है लेकिन बच्चों को उनसे क्या सीखना चाहिए यह आपके हाथ में है। हमेशा अपने बच्चे को सेहतमंद खाने के फ़ायदे बताएँ ताकि वे जंक फ़ूड के विज्ञापनों से प्रभावित नहीं होंगे। हालाँकि, अगर आप बच्चे के कहने पर उसे जंक फ़ूड खिला देंगी या उसे मना नहीं करेंगी तो बच्चा अस्वस्थ खाने की आदतें अपनाएगा। अपने बच्चे को छोटी उम्र से ही स्वस्थ खाने के बारे में बताएँ ताकि वो इसकी आदत अपना सके।

  2. खाने के वक़्त टीवी न चलाएँ

    अगर बच्चा चावल खा रहा है और टीवी पर पिज़्ज़ा का विज्ञापन देखता है तो वो नखरे कर सकता है और पिज़्ज़ा खाने की ज़िद करने लगेगा। तो खाने के समय बच्चे को टीवी न देखने दें। अगर बच्चा टीवी देखे बग़ैर खाना खायेगा तो वह खाने पर पूरा ध्यान भी दे सकेगा और आप अपने बच्चे को सेहतमंद खाने के फ़ायदे भी बता सकते हैं।

  3. टीवी के बजाय डीवीडी दिखाएँ

    अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा टीवी पर आने वाले जंक फ़ूड के विज्ञापन न देखे तो आप बच्चों के लिए डीवीडी ख़रीद सकते हैं। आजकल इंटरनेट पर स्ट्रीमिंग के ढेर सारे विकल्प उपलब्ध हैं जिनमें से आप अपने बच्चों के उचित कार्टून चैनल देख सकते हैं और उसमें विज्ञापन भी नहीं आएँगे। आप अपने बच्चों को पोपाई जैसे कार्टून क़िरदार की तरह खाना (पालक) खाने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं।

  4. रसोई के काम में बच्चों को भी साथ लें

    अपने बच्चे को खाना बनाने में मदद करने के लिए प्रोत्साहित करें। अक्सर बच्चे आटा गूँथने और रोटी बेलने में ख़ुश होते हैं। आप उन्हें सलाद के पत्ते तोड़ने और सलाद बनाने के लिए भी कह सकते हैं। इससे बच्चों में आत्मविश्वास आता है और साथ ही जो खाना बनाने में वे आपकी मदद करते हैं उसे खाने में भी वे खाना खाने की इच्छा भी दिखाते हैं। बच्चों को हर काम में से थोड़ा थोड़ा काम करने को कहें ताकि वे ख़ास महसूस करें - उदाहरण के लिए, आप उन्हें टेबल बिछाने या सब्जियों को धोने के लिए कह सकते हैं।

  5. टीवी देखने का समय तय करें

    टीवी देखने से आपके बच्चे की खाना खाने ही आदतें ही नहीं बदलती बल्कि उसके व्यवहार और दिमागी विकास पर भी असर पड़ता है। साथ ही घर के किसी वयस्क सदस्य को यह देखना चाहिए कि बच्चे टीवी पर हिंसात्मक चीज़ें तो नहीं देख रहे हैं। टीवी देखने के बजाय बच्चों को बाहर खेलने के लिए प्रोत्साहित करें।

  6. बच्चे के लिए अच्छा उदाहरण बनें

और कुछ नहीं तो कम से कम, अपने बच्चों के लिए एक अच्छा उदाहरण बनें। अगर आप ख़ुद खाने के साथ स्नैक्स खाएँगे और टीवी देखेंगे तो आप अपने बच्चों से स्वस्थ खाना खाने और कम टीवी देखने की उम्मीद नहीं कर सकते हैं। अगर आपको कोई टीवी शो पसंद है तो बच्चे से सो जाने के बाद देखें। याद रखें, बच्चे अपने आसपास के लोगों की नकल करके सीखते हैं। इसलिए, अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे अच्छी आदतें सीखें तो आपको बच्चे के सामने इलेक्ट्रॉनिक चीज़ों का इस्तेमाल कम करना होगा।

हालाँकि रोज़ाना कुछ घंटों के लिए टीवी देखने से आपके बच्चों का मनोरंजन हो सकता है लेकिन आपको अपने बच्चे के स्वस्थ जीवन के लिए ऊपर बताई गई बातों का ध्यान रखना चाहिए। टीवी देखना कम करने के लिए अपने बच्चों को बाहर खेलने, किताबें पढ़ने, या पेटिंग करने के लिए प्रोत्साहित करें।