यहां जानें कि प्रोसेस्ड फ़ूड क्या हैं और इनसे जुड़ी ज़रूरी जानकारी पाएं
आज बाजारों में बिकने वाले ज़्यादातर खाद्य पदार्थों को कुछ हद तक प्रोसेस किया जाता है। कुछ खाद्य पदार्थों को बहुत कम प्रोसेस किया जाता है तो वहीं कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे भी हैं जिन्हें बहुत ज़्यादा प्रोसेस किया जाता है। जबकि जमे हुए मछली, जमे हुए फल, सूखी जड़ी बूटी, और पेस्चेराइज़्ड दूध कुछ कम प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ हैं, पैकेट का बंद खाना या बेकन, सॉसेज और सीरियल आदि में ज़्यादा प्रोसेसिंग की ज़रूरत पड़ती है। अगर आपको सुपरमार्केट की अलमारियों में रखी पैकेट बंद खाने की चीजें आकर्षित करती हैं और आप ये सब खाना पसंद करते हैं तो प्रोसेस्ड फ़ूड के बारे में अधिक जानकारी होनी चाहिए और आपके शरीर पर इनका क्या असर पड़ता है ये भी जानें। यहां कुछ अक्सर पूछे जाने वाले सवालों कर जवाब दिए गए हैं जो आपके लिए काफी फ़ायदेमंद हो सकते हैं।
प्रोसेस्ड फ़ूड कितने प्रकार के होते हैं?
आपको बाजार में अक्सर नीचे बताये गए प्रोसेस्ड फ़ूड मिलेंगे:
- सीरियल
- पनीर
- डब्बाबंद सब्ज़ियां
- ब्रेड
- पेस्ट्री, पाई, केक, सॉसेज रोल, और इस तरह के अन्य स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ
- बेकन, हैम, सॉसेज, सलामी, और अन्य मीट से बने उत्पाद
- माइक्रोवेव में बनने वाले या रेडी टू ईट खाद्य पदार्थ
- बिस्कुट और केक
- एयरेटेड ड्रिंक जैसे सॉफ्ट ड्रिंक
- नमकीन, चिप्स आदि
क्या हर प्रोसेस्ड फ़ूड स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है?
नहीं, हर खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं होता है। कुछ खाद्य पदार्थों को खाने के लिए और सुरक्षित रखने के लिए उन्हें प्रोसेस करना ज़रूरी ही होता है और उन्हें सेहतमंद प्रोसेस्ड फ़ूड माना जाता है। इसका एक बेहतरीन उदाहरण है दूध। दूध में मौजूद बैक्टीरिया को खत्म करने के लिए दूध को पेस्चेराइज़ करना बहुत ज़रूरी है। और तेल बनाने के लिए भी बीज को एक उपकरण में रखकर पीसा जाता है और यह भी प्रोसेसिंग है लेकिन यह ज़रूरी है और सेहतमंद भी है।
हालांकि कुछ प्रोसेस फ़ूड स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी होते हैं क्योंकि उनमें ज़्यादा नमक, चीनी और सेचुरेटेड फैट होता है। खाद्य पदार्थों को आकर्षक, स्वादिष्ट और ज़्यादा दिन के लिए सुरक्षित बनाने के लिए इन खाद्य पदार्थों को प्रोसेस किया जाता है। हालांकि अगर आप इस तरह के खाद्य पदार्थों को अनिंयत्रित तरीक़े से खाएंगे तो जीवनशैली से जुड़ी गंभीर बीमारियाँ जैसे मोटापा, डायबिटीज़, हाई ब्लड प्रेशर आदि का ख़तरा बढ़ सकता है।
बच्चों के आहार में मौजूद प्रोसेस्ड फ़ूड के बारे में आपको ये सब पता होना चाहिए
- छोटे बच्चों के लिए ऐसे प्रोसेस्ड फ़ूड नहीं ख़रीदने चाहिए जिनमें बहुत ज़्यादा चीनी या नमक हो। ये खाद्य पदार्थ ज़्यादा खाने से बच्चों में ज़्यादा वज़न, मोटापा, डायबिटीज़, हाई ब्लड प्रेशर और दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों का ख़तरा बढ़ जाता है।
- बच्चों के लिए कोई भी खाद्य पदार्थ ख़रीदने से पहले उसका लेबल ज़रूर चेक करें ताकि आपको प्रोसेसिंग का स्तर और चीनी, नमक, और फैट आदि की मात्रा का पता लग जायेगा।
प्रोसेस्ड फ़ूड कम मात्रा में खाने की सलाह क्यों दी जाती है?
नीचे कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के नाम दिए गए हैं जो कम मात्रा में खाने चाहिए ख़ासकर बच्चों के लिए यह अहम है
- मीठे और एयरेटेड पेय पदार्थ: मीठे खाद्य पदार्थों से सिर्फ़ कैलोरी की मात्रा बढ़ती है और इनमें पोषण बिल्कुल नहीं होता है। अगर बच्चे अक्सर ऐसे पेय पदार्थ पीते रहते हैं तो उनमें मोटापा, गैर एल्कोहॉल वाली फैटी लिवर बीमारियां और इन्सुलिन रेजिस्टेंस जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
- पिज़्ज़ा: पिज़्ज़ा का बेस कार्बोहाइड्रेट से बना होता है और उसमें मौजूद प्रोसेस्ड चीज़ से कैलोर बढ़ती है। इसलिए पिज़्ज़ा कभी कभार खाने के लिए ठीक हैं।
- सफेद ब्रेड: यह रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट से बना है, और फाइबर की मात्रा कम है, जिससे खून में शुगर की मात्रा बढ़ सकती है।
- फलों का जूस: हालांकि प्राकृतिक फलों का रस एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है, लेकिन डब्बाबंद जूस में चीनी की मात्रा बहुत ज़्यादा और फ़ाइबर की मात्रा कम होती है। जूस की तुलना में साबुत फल खाना ज़्यादा फ़ायदेमंद होता है।
- चीनी वाले ब्रेकफास्ट सीरियल: ब्रेकफास्ट सीरियल को स्वादिष्ट और मज़ेदार बनाने के लिए इन अनाज काटा, भूना, रोल किया जाता है, या फ्लेक्ड किया जाता है। हालांकि, यह इन प्रक्रियाओं से यह सीरियल बनाने से उसके पोषण मूल्य पर कोई असर नहीं पड़ता है। लेकिन इसमें मौजूद आर्टिफिशियल चीनी के कारण यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
- पेस्ट्री, कुकीज और केक: इनमें रिफाइंड आटा, रिफाइंड शुगर और अतिरिक्त फैट होता है। कभी-कभी, इनमें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक ट्रांस फैट भी हो सकते हैं। बेक्ड खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल होने शॉर्टनिंग अच्छे उदाहरण हैं। इन खाद्य पदार्थों में एडिटिव भी होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल फ़ायदेमंद नहीं होता है।
- फ्रेंच फ्राइज़ और आलू के चिप्स: आलू निश्चित रूप से स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित हैं। लेकिन जब फ्रेंच फ्राइज़ या आलू के चिप्स के रूप में आलू खाया जाए तो वो भी स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित हो, ऐसा नहीं कहा जा सकता है, ख़ासकर रेस्टोरेंट और स्टोर जाने वाले पदार्थों के बारे में। चूंकि इन्हें ज़्यादा तेल में तला जाता है तो उनमें कैलोरी भी बढ़ जाती है। इन खाद्य उत्पादों में भी कार्सिनोजेनिक पदार्थ बहुत ज़्यादा होते हैं क्योंकि आलू को तलने या बेक करने पर इन पदार्थों की मात्रा बढ़ जाती है।
- कम कार्बोहाइड्रेट वाले जंक फूड: हालांकि इस तरह के खाद्य पदार्थों में कार्बोहाइड्रेट कम होता है लेकिन वे ज़्यादा प्रोसेस्ड हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, कम कार्बोहाइड्रेट कैंडी बार और कुछ अन्य पदार्थ अत्यधिक प्रोसेस किये जाते हैं और इनमें एडिटिव भी होते हैं।
- कैंडी बार: इनमें चीनी, रिफाइंड आटा और फैट की मात्रा ज़्यादा होती है और इन्हें प्रोसेस किया जाता है। इनमें कोई भी ज़रूरी पौष्टिक तत्व नहीं होते है।
- प्रोसेस्ड मीट: ऐसे मीट में हानिकारक प्रिज़र्वेटिव के साथ-साथ अत्यधिक नमक भी हो सकता है, और कुछ कैंसर का ख़तरा भी बढ़ सकता है।
- कैफ़ीन वाले पेय पदार्थ: ये आमतौर पर क्रीम, चीनी, सिरप और एडिटिव्स से भरे होते हैं जिसमें केवल कैलोरी होती है।
- मार्जरीन: इसमें ट्रांस वसा बहुत ज़्यादा होता है जो कि स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद नहीं होता है। ट्रांस फैट खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाते हैं और हृदय रोगों और स्ट्रोक के ख़तरे कम कर सकते हैं
अन्य सेहतमंद विकल्प
फ़ास्ट फ़ूड स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद नहीं होते हैं लेकिन स्वादिष्ट बहुत होते हैं तो उन्हें अपने बच्चों के आहार से बाहर कर पाना बहुत मुश्किल है। हालांकि इसके हानिकारक प्रभावों को कम करने के लिए ध्यान रखें कि आपका बच्चा यह खाद्य पदार्थ कम मात्रा में ही खाये। आप नीचे बताये सुझाव भी अपना सकते हैं:
- फ्रेंच फ्राइज़ के बजाय आप अवन में ही फ्राइज़ बना सकते हैं
- आइसक्रीम के बजाय बच्चों को दही, घर का बना शर्बत या ताज़ा फलों का जूस भी पिला सकते हैं
- डीप फ्राइड चिकन की बजाय बेक्ड या ग्रिल्ड स्नैक्स खिलाएं जिसमें फैट की मात्रा कम होती है
- डोनट्स या पेस्ट्री के बजाय आप घर पर ही मक्खन और चीनी की मात्रा कम करने के लिए मफिन्स बना सकते हैं।
- आलू चिप्स की बजाय बच्चे को अन्य सब्ज़ियों के चिप्स बेक करके खिला सकते हैं
- बच्चों को सोडा और कोल ड्रिंक के बजाय सादा पानी, घर का नींबू पानी, नारियल पानी, और बिना चीनी वाला लस्सी पीने के लिए प्रोत्साहित करें।
- सफेद ब्रेड की बजाय बच्चों को अनाज वाला ब्रेड खिलाएं ताकि उन्हें ज़्यादा फ़ाइबर मिल सके।
- नाश्ते में मीठे में दलिया खिलाएं जिसमें फ़ाइबर ज़्यादा और अतिरिक्त चीनी कम होनी चाहिए। आप ऐसे सीरियल में फल डालकर इसे और स्वादिष्ट बना सकते हैं।
- बच्चों को कैंडी बार की जगह साबुत फल या डार्क चॉकलेट खिलाएं
- प्रोसेस्ड चीज़ के बजाय फेटा, मोज़रेला, या कॉटेज चीज़ खिलाएं
ऊपर बताई गई जानकारी और सुझाव से आप अपने बच्चे के लिए बेहद पौष्टिक और स्वादिष्ट आहार तैयार कर सकते हैं। अत्यधिक प्रोसेस्ड फ़ूड के बहुत सारे विकल्प मौजूद हैं इसलिए बच्चों की पसंद से समझौता किए बग़ैर आप उन्हें सेहतमंद खाना खिला सकते हैं जिससे उनके विकास में कोई परेशानी न हो।