जब आपके बच्चे की वृद्धि और विकास की बात आती है, तो हम प्रोटीन के महत्व को नजर अंदाज नही कर सकते। प्रोटीन आपके बच्चे के आहार का एक अनिवार्य घटक है। इसे आमतौर पर शरीर के निर्माण में महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि यह मांसपेशियों की परवरिश, त्वचा, हार्मोन और शरीर के सभी ऊतकों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। चुनौती यह है कि भारतीय आहार में बहुत पदार्थ अनाज केंद्रित है। बच्चों सहित 68 प्रतिशत भारतीयों में प्रोटीन की कमी है। इसी वजह से यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि माता-पिता अपने बच्चों की हररोज की प्रोटीन आवश्यकता के बारे में जाने, और स्वास्थ्य व वृद्धि में भी इसका महत्व समझे। प्रोटीन 20 अमीनो एसिड से बनते हैं, और हमारा शरीर इन 20 में से 11 का उत्पादन कर सकता है। इसका मतलब है कि बचा हुआ हमारे भोजन से आना चाहिए।
प्रोटीन क्यों महत्वपूर्ण है?
1. एक स्वस्थ, मजबूत शरीर का निर्माण: प्रोटीन हड्डियों, मांसपेशियों, उपास्थि (नरम हड्डी )और त्वचा के निर्माण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। क्या आप जानते हैं कि आपके बालों और नाखूनों में ज्यादातर प्रोटीन ही शामिल होता है!
2. चोट या आघात की मरम्मत: आपका शरीर चोट के बाद ऊतक के निर्माण और मरम्मत और मांसपेशियों की टोन बनाए रखने के लिए प्रोटीन का उपयोग करता है।
3. ऑक्सीजन की रसद/सप्लाई: लाल रक्त कोशिकाओं में हीमोग्लोबिन नामक एक प्रोटीन होता है, यह एक कम्पाऊण्ड (यौगिक) है जो पूरे शरीर में ऑक्सीजन पहुँचाता है। हीमोग्लोबिन योग्य मात्रा में पैदा करने के लिए प्रोटीन आवश्यक है।
4. भोजन का पाचन: आप प्रतिदिन जितना प्रोटीन उपभोग करते हैं उसमे से आधा एंजाइम संश्लेषण में जाता है, जो भोजन को पचाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
5. हार्मोन का नियंत्रण: प्रोटीन हमारे शरीर में हार्मोन नियंत्रण के लिए ज़रूरी हैं, विशेष रूप से युवावस्था के दौरान कोशिकाओं के परिवर्तन और विकास के दौरान।
आवश्यक और अनावश्यक अमीनो एसिड क्या हैं?
अब जब हम अमीनो एसिड शब्द से परिचित हैं, तो आइए समझते हैं कि वे कैसे काम करते हैं। आवश्यक और अनावश्यक अमीनो एसिड दोनों ऊर्जा उत्पन्न करते हैं और प्रोटीन को संश्लेषित करते हैं, इनमें से कुछ हार्मोन, टिश्यू (ऊतक) और न्यूरोट्रांसमीटर जैसे अन्य आवश्यक कम्पाऊण्ड होते हैं। आपका शरीर आवश्यक अमीनो एसिड का उत्पादन या संग्रह नहीं कर सकता है, यही कारण है कि आपके शरीर को नियमित रूप से योग्य मात्रा में अच्छी गुणवत्ता वाले प्रोटीन का सप्लाई करना महत्वपूर्ण है। एक बार जब आपका शरीर प्रोटीन को पचा लेता है, तो विभिन्न कार्यों के लिए इन अमीनो एसिड को शरीर के अलग अलग अंगों में पहुँचाया जाता है।
हालांकि नाम कुछ और सूचित करता है, पर अनावश्यक अमीनो एसिड बहुत आवश्यक/महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे टिश्यू (ऊतक) विकास और मरम्मत में मदद करते हैं, प्रतिरक्षा बनाए रखते हैं, लाल रक्त कोशिकाओं का गठन करते हैं, और हार्मोन निर्माण करते हैं। हालांकि, आवश्यक अमीनो एसिड के विपरीत, आपका शरीर इन प्रोटीनों को संश्लेषित कर सकता है यदि आवश्यक अमीनो एसिड के साथ योग्य मात्रा में अच्छी गुणवत्ता वाले प्रोटीन स्रोत दिए जाते हैं।
बच्चों को कितने प्रोटीन की जरुरत है?
यदि कोई बच्चे का विकास या वृद्धि धीरे-धीरे हो रही है या अपनी उम्र के हिसाब से छोटा है, तो उन्हें स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक प्रोटीन और पोषक तत्व नहीं मिल रहे हैं। जिन बच्चों में प्रोटीन की कमी होती है, उन्हें स्वास्थ्य की समस्यांओ का सामना करना पड सकता है जैसे की थकान, एकाग्रता की कमी, वृद्धि में देरी, हड्डी और जोड़ों में दर्द, घाव भरने में देरी और प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया में कमी।
अलग अलग उम्र के बच्चों के लिए प्रोटीन की दैनिक आवश्यकता का प्रमाण:
- १ से ३ साल की उम्र: हर दिन १३ ग्राम प्रोटीन
- ४ से ८ साल की उम्र: हर दिन १९ ग्राम प्रोटीन
- ९ से १३ साल की उम्र: हर दिन 34 ग्राम प्रोटीन
बच्चों के खाने में योग्य मात्रा में प्रोटीन होने की सुनिश्चितता के लिए कुछ टिप्स:
- गुणवत्ता चुनें: प्रोटीन की आवश्यकताएं, सभी प्रमुख खाद्य प्रकार के उपर और बच्चे को मिल रही प्रोटीन की गुणवत्ता पर और पाचन के लिए उसकी आसानी पर भी निर्भर करती हैं। यदि आप एक मांसाहारी हैं, तो मांसाहार से प्रोटीन में आम तौर पर सभी आवश्यक अमीनो एसिड शामिल होते हैं और पाचन के लिए अधिक आसान होते हैं। बच्चों के आहार में अच्छी मात्रा में दूध, अंडे और मीट (मांस) शामिल करने की सिफारिश की जाती है।
- यदि आप शाकाहारी हैं, तो सोया, पीनट बटर (मूंगफली का मक्खन), क्विनोआ भी पूर्ण प्रोटीन हैं और एक स्वस्थ शाकाहारी पर्याय के रूप में काम करते हैं।
- बच्चे की पसंदीदा टिप: पीनट बटर (मूंगफली का मक्खन) आसानी से उपलब्ध है और स्वादिष्ट है। आप इसे ब्रेड, केले, सेब या चपाती पर फैला सकते हैं और बच्चों को खाने के लिए दे सकते हैं।
- भोजन के लिए कुछ सुझाव: रोटी पर हम्मस, चने से बने कटलेट या प्रोटीन से भरे शाम के नाश्ते के लिए पनीर या सोया शामिल करें। अन्य पर्याय, आप अपने बच्चे के लिए सूप बना सकते हैं जिसमें बीन्स होते हैं।