आज का दौर चुनौतियों और प्रतियोगिता से भरा है। जब परीक्षा नज़दीक आने लगती हैं, तब आपके बच्चों को पढ़ाई पर ध्यान लगाने के लिए जितनी हो सके उतनी मदद की ज़रुरत होती है। आप थोड़ी देर के लिए बच्चे का ध्यान पढ़ाई में लगाने के लिए उसे चीनी दे सकते हैं लेकिन आगे जाकर चीनी बच्चे की सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। इसलिए बेहतर होगा कि आप लंबे समय के बारे में सोचकर अपने बच्चे के रोज़मर्रा के भोजन में वो खाद्य पदार्थ शामिल करें जो उसकी याद्दाश्त और एकाग्रता बढ़ा सकें। यहां आपको अपने बच्चे की याद्दाश्त बढ़ाने वाले कुछ खाद्य पदार्थों की लिस्ट दी जा रही है जिनसे आपके बच्चे को पढ़ने और याद करने में मदद मिलेगी:
1. मछली और अन्य सी-फूड
ओमेगा-3 फैटी एसिड से दिमाग को, जानकारी को तेज़ी से प्रोसेस करने में मदद मिलती है। ये याद्दाश्त, एकाग्रता और दिमाग की क्षमता बढ़ाने में भी काफ़ी मदद करते हैं। तैलीय और ठंडे पानी में पाई जाने वाली मछलियां जैसे कि सार्डिन, ट्राउट, मैकेरल, हेरिंग इत्यादि बच्चों के शरीर की ओमेगा-3 फैटी एसिड्स की ज़रूरत को पूरा करती हैं। शार्क फिश और किंगफिश जैसी मछलियों में ज़्यादा मात्रा में मर्क्युरी पाई जाती है जो बच्चों के दिमाग के लिए अच्छी नहीं मानी जाती है, इसलिए इनसे बचना चाहिए।
2. सूखे मेवे और बीज
अगर आपका बच्चा शाकाहारी हो तो आप उसकी ओमेगा-3 फैटी एसिड की ज़रूरत पूरी करने के लिए अखरोट और अलसी के बीज दे सकते हैं। सूखे मेवे और बीज में ओमेगा-3 फैटी एसिड के अलावा विटामिन ई और ज़िंक भी होते हैं जो बच्चे की दिमागी चुस्ती बरकरार रखते हैं। सूखे मेवे और बीज जैसे कि बादाम, सूरजमुखी के फूल, कद्दू के बीज, अखरोट, किशमिश और फालसा (ब्लैक करंट) काफी फ़ायदेमंद होते हैं। इसके अलावा, सबसे अच्छी बात ये है कि बच्चे को कम पोषण और ज़्यादा कैलोरीज़ वाले स्नैक्स (अल्पाहार) देने की बजाय उन्हें सूखे मेवे और बीज का पौष्टिक मिश्रण देना चाहिए।
3. हरी पत्तेदार सब्ज़ियां
हरी पत्तेदार सब्ज़ियां, जैसे कि पालक और साग (स्विस चार्ड) बच्चों के दिमाग के लिए सबसे बेहतरीन खाने की चीज़ें होती हैं। ये बच्चों के शरीर में बी-6 और बी-12 जैसे ज़रूरी विटामिन की कमी पूरी करके उनके नर्वस सिस्टम को सही रखते हैं जिससे उनकी याद्दाश्त और सजगता में सुधार आता है। ब्रोकली और पालक जैसे खाद्य पदार्थ में फोलेट भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है और आपके बच्चे की उम्र बढ़ने के साथ फोलेट की ज़रूरत भी बढ़ती है।
4. ओट्स
ओट्स में काफी अच्छी मात्रा में फाइबर पाया जाता है और इसका ग्लाइकेमिक इंडेक्स (खून में ग्लूकोज का लेवल बढ़ाने के लिए कार्बोहाइड्रेट आहार की सापेक्ष क्षमता का प्रतिनिधित्व करने वाला आंकड़ा) कम होता है। फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ शरीर में बहुत धीमी गति से एनर्जी छोड़ते हैं जिसकी वजह से इंसान को पूरे दिन चुस्त और फुर्तीला रहने में मदद मिलती है। वहीं दूसरी ओर जो खाद्य पदार्थ तेज़ी से एनर्जी छोड़ते हैं, उनकी वजह से शरीर में एनर्जी अचानक से तेज़ी से घटती और बढ़ती है, जिसके कारण ध्यान और एकाग्रता पर असर पड़ सकता है। इसलिए ओट्स को बच्चों के लिए सबसे सेहतमंद नाश्ता माना जाता है।
5. मोटे अनाज -रागी और बाजरा
रागी और बाजरा दो ऐसे अनाज हैं जिनमें बहुत अच्छी मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो कि जटिल कार्बोहाईड्रेट (कॉम्प्लेक्स कार्ब्स) के बहुत अच्छे स्त्रोत होते हैं। बाजरा या रागी का इस्तेमाल करके बहुत से स्वादिष्ट पकवान बनाए जा सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, रागी के आटे से हम रोटी, डोसा, हलवा बना सकते हैं और नाचनी (रागी) चिप्स भी बेक कर सकते हैं।
6. फलियां
अलग-अलग तरह की फलियां जैसे कि सफ़ेद चना, काला चना, अंकुरित चना आदि बच्चों के लिए बहुत फ़ायदेमंद होती हैं। इनका ग्लाइकेमिक इंडेक्स (खून में ग्लूकोज का लेवल बढ़ाने के लिए कार्बोहाइड्रेट आहार की सापेक्ष क्षमता का प्रतिनिधित्व करने वाला आंकड़ा) कम होता है और ये धीरे-धीरे एनर्जी छोड़ते हैं, जिससे बच्चों का पढ़ाई में ध्यान लगा रहता है और वे लगातार ध्यान केंद्रित कर पाते हैं।
7. भूरे चावल
बच्चों की परीक्षाओं के दौरान उन्हें सफ़ेद चावल नहीं खिलाने चाहिए क्योंकि सफ़ेद चावल बहुत तेज़ी से एनर्जी छोड़ते हैं और इसे ज़्यादा मात्रा में खा लेने से बच्चों को अक्सर नींद भी आने लगती है। गेहूं या भूरे चावल आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं। ये दोनों ही जटिल कार्बोहाइड्रेट (कॉम्प्लेक्स कार्ब्स) हैं और इन दोनों में ही काफी अच्छी मात्रा में फाइबर होता है इसलिए ये धीरे-धीरे एनर्जी छोड़ते हैं और बच्चे की एकाग्रता और ध्यान बनाए रखने में मदद करते हैं। हमारी सलाह यही है कि आपको खाने में ये बदलाव करने के लिए परीक्षाओं का इंतज़ार नहीं करना चाहिए क्योंकि परीक्षाओं के वक्त ये बदलाव करने से बच्चे को खुद को उस डाइट के साथ एडजस्ट करने में परेशानी हो सकती है। परीक्षा से कुछ समय पहले से ही उनके खाने में जटिल कार्बोहाइड्रेट (कॉम्प्लेक्स कार्ब्स) शामिल करना शुरू कर देना चाहिए।
8. खट्टे फल
संतरा, मौसम्बी और चकोतरा (ग्रेपफ्रूट) जैसे खट्टे फल, दिमाग के लिए अच्छे खाद्य पदार्थ माने जाते हैं। इनमें तीन ज़रूरी विटामिन का अनोखा मिश्रण पाया जाता है। विटामिन सी से शरीर को एंटीऑक्सीडेंट्स मिलते हैं। बच्चों की परीक्षा के समय मीठा खाने की इच्छा को कम करने के लिए ये बेहतरीन प्राकृतिक विकल्प होते हैं।
9. क्विनोआ
क्विनोआ भी परीक्षाओं के समय बच्चों को खाने के लिए देने का एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसमें कोलीन नाम का एक पौष्टिक तत्व होता है जो न्यूरोट्रांसमिशन (न्यूरॉन्स के बीच या एक न्यूरॉन और एक मांसपेशी फाइबर या अन्य संरचना के बीच तंत्रिका आवेगों का ट्रांसमिशन) और दिमाग के समझने और बूझने की प्रक्रिया में सुधार करता है। क्विनोआ का कई रेसिपीज़ में चावल के विकल्प के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
एक स्वस्थ, संतुलित डाइट बच्चों की एकाग्रता, ध्यान और याद्दाश्त में सुधार करती है। दिमाग के लिए अच्छे इन खाद्य पदार्थों को न सिर्फ़ बच्चों की परीक्षा के दौरान बल्कि हमेशा ही उनकी डाइट में शामिल करना चाहिए ।