अगर बच्चे खाना खाने में नखरे करने लगें और ज़रूरत से ज़्यादा ज़िद्द करें तो हर माँ-बाप का परेशान होना बेहद स्वाभाविक है। ऐसा इसलिए है क्यूंकी आपके बच्चे की सही सेहत के लिए उसे संतुलित आहार ज़रूर खाना चाहिए और उसकी प्लेट में हर ज़रूरी खाद्य समूहों से खाद्य पदार्थ शामिल होने चाहिए। आपके बच्चे को फाइबर, मिनरल्स और विटामिन की बहुत ज़्यादा ज़रूरत होती है और अगर बच्चा केवल चुनिन्दा चीजें ही खाएगा तो उसकी ये ज़रूरत पूरी नहीं हो पाएगी। तो यहाँ कुछ ज़रूरी सुझाव दिये गए हैं जो खाना खाने में नखरे करने वाले बच्चों के लिए ज़रूरी हैं:

  1. आपके बच्चे की खाना खाने की आदतें उसके आसपास के वातावरण पर भी निर्भर करती हैं। तो बच्चों को खाना खिलाते वक़्त माहौल को खुशनुमा और सकारत्मक बनाए रखें और छोटी छोटी बातों पर असंतुष्टि न दिखाएँ।

  2. बच्चों को ऐसा खाना और उतना खाना ही दें जिसे एक बच्चे के तौर पर वह खा सके और छोटी छोटी बातों पर भी उनकी तारीफ करें और शाबाशी दें।

  3. अपने बच्चे को नया खाना खाने के लिए ज़बरदस्ती न करें बल्कि उन्हें खुद नयी चीज चुनने की आज़ादी दें। अगर आप बच्चों की नखरे करने की आदत को नज़रअंदाज़ करेंगे तो वे आगे से ऐसे नखरे नहीं करेंगे।

  4. सेहतमंद खाने को बोरिंग रखने के बजाय उन्हें रंग-बिरंगा और आकर्षक बनाकर परोसें। आप सैंडविच को मज़ेदार आकार में काट सकते हैं या ऑमलेट, टमाटर, गाजर आदि की मदद से मज़ेदार शक्ल बना सकते हैं।

  5. खाना खाते समय टीवी देखने के बजाय बच्चों से आपस में बात करें। अपने बच्चे को खाना खत्म करने के लिए तय समय दें और अगर वे उतनी देर में खाना खत्म नहीं करते हैं तो उनसे प्लेट छीन लें और अगले स्नैक्स या मील टाइम तक उन्हें खाने को कुछ न दें।

  6. अगर आपका बच्चा खाना खाते वक़्त इधर उधर उछल कूद करता है तो खाना शुरू करने से पहले उसे शांत बैठने का समय दें। आप इस समय में उनके हाथ धो सकती हैं।

  7. अपने बच्चे को विभिन्न सेहतमंद भोजन में से चुनने का विकल्प दें। लेकिन ध्यान रखें कि आप उनके सामने ढेर सारे विकल्प न रखें वरना वे परेशान हो सकते हैं।

  8. खाना बनाते समय अपने बच्चे को भी मदद करने का मौका दें। जैसे कि वे सब्जियाँ और फलों को धो सकते हैं, सलाद मिक्स कर सकते हैं आदि।

  9. खाने में नखरे करने वाले बच्चों को थोड़ा शांत रहकर समझाएँ। कभी कभार बच्चे केवल आपकी प्रतिक्रिया या आपको परेशान करने के लिए ही नखरे करते हैं।

  10. आपके बच्चों को जो खाना पसंद है उसके साथ उनकी प्लेट में कम मात्रा में नया खाना भी दें। जैसे उनके मनपसंद आलू के साथ थोड़ी सी ब्रोकली दे सकते हैं।

  11. बच्चों को खाने की नयी चीजें छूने, महकने या चखने के लिए प्रोत्साहित करें। बच्चों के प्लेट में ढेर सारी रंग बिरंगी और आकर्षक चीजें रखें और उन्हें चुनने का मौका दें कि वे क्या खाना चाहते हैं।

  12. बच्चे को जो खाना पसंद नहीं है वो अन्य खाने के साथ खिलाने की कोशिश करते रहें, कभी न कभी उसे वो खाना पसंद आ सकता है।

  13. अपने बच्चे को वही खाना खिलाएँ जो परिवार के बाकी सदस्य खाते हैं, लेकिन कम मात्रा में खिलाएँ। बच्चों के खाने में ज़्यादा नमक न डालें और पोषण के लिए लेबल भी पढ़ें।

  14. यह सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे की प्लेट में सभी मुख्य खाद्य समूहों में से पौष्टिक चीजें होनी चाहिए जैसे फल, सब्जियाँ, आलू, ब्रेड, चावल, पास्ता और अन्य स्टार्च और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर भोजन, डेरी या उसके विकल्प, बीन्स, दालें, फिश, अंडे, और अन्य प्रोटीन भी शामिल कर सकते हैं।

  15. अगर बच्चे को दही पसंद नहीं है तो उनके भोजन में पनीर शामिल करें लेकिन कम मात्रा में। खाने को और स्वादिष्ट बनाने के लिए उसके खाने में मसाले और हर्ब्स भी डालें।

  16. अगर आपका बच्चा नया खाना नहीं खा रहा है तो इस बात की सज़ा न दें वरना वो हर नए तरह के खाने को नकारात्मक समझने लगेगा। साथ ही बच्चे को नया खाना खाने पर उसे टॉफी या चॉकलेट की रिश्वत न दें। ऐसा करने से उन्हें लगेगा कि नए तरह का खाना खाना कोई काम है और वे टॉफ़ी चॉकलेट की तरफ ज़्यादा आकर्षित होंगे।

  17. आपके बच्चे ने एक दिन में कितना खाना खाया है यह देखने के बजाय यह देखें कि उसने एक हफ्ते में कितना खाया है।

  18. अगर आपका बच्चा स्वस्थ और एक्टिव है तो इसका मतलब है कि वह अच्छे से खा रहा है। अपने बच्चों को ज़्यादा स्नैक्स खाने को न दें, क्यूंकी एक दिन में 2 सेहतमंद स्नैक्स पर्याप्त हैं।

  19. आप अपने बच्चे को नया खाना तभी खिलाएँ जब वो भूखा हो। खाने के बीच में केवल पानी और खाने के साथ 100% जूस या दूध ही पिलाएँ। खाने की बीच में दूध पिलाने से उनका पेट जल्दी भर जाएगा।

  20. अगर आपका बच्चा कोई खाना न खाये तो उसके लिए अलग से खाना न बनाएँ बल्कि उसे वही खाना खाने के लिए प्रोत्साहित करें।

  21. आप अपने बच्चों के लंच में शानदार डिप के साथ पत्तागोभी और अन्य सब्जियाँ भी दे सकते हैं। आप नाश्ते की चीजें रात के खाने के वक़्त भी दे सकते हैं।

  22. बच्चों को तोहफ़े के रूप में डेज़र्ट देना या सज़ा के रूप में उन्हें डेज़र्ट देने से मना करने से आपके बच्चे को लगेगा कि डेज़र्ट कोई खास व्यंजन है। डेज़र्ट का दिन तय करें जैसे हफ्ते में एक बार या 2 हफ्तों में एक बार या डेज़र्ट के रूप में फल या दही भी खिला सकते हैं।

  23. जब आपके बच्चे को कोई चीज पसंद आने लगेगी, तो उसी स्वाद या टेक्सचर के अन्य भोजन भी खिलाएँ। जैसे अगर उन्हें बिरयानी पसंद है तो अगली बार उन्हें खिचड़ी और भुनी सब्जियाँ खिलाएँ।

  24. . मीठे और नमकीन भोजन के साथ खट्टे और कड़वे स्वाद वाले भोजन दें। जैसे आप ब्रोकली (कड़वी) के साथ किसा हुआ पनीर (नमकीन) दे सकते हैं ताकि उन्हें अलग अलग स्वाद की जानकारी हो सके।

अगर आपको लगता है कि आपके बच्चे के खाना न खाने से उसकी वृद्धि एवं विकास पर असर पड़ रहा है तो अपने डॉक्टर से सलाह लें। वे आपके बच्चे के विकास का चार्ट बनाएँगे। आप अपने बच्चों के खाने के हिसाब से एक डायरी बना कर रख सकती हैं जिससे आपको पता चलेगा कि वे पर्याप्त खाना खा रहे हैं या नहीं। हमेशा याद रखें कि बच्चों की खाने की आदतें रातों रात नहीं बदल सकती हैं तो उन्हें सेहतमंद खाने की आदतें सिखाने के लिए आपको छोटे से शुरुआत करनी होगी।