आपके बच्चे के सही विकास और वृद्धि के लिए उनके आहार में फलों और सब्ज़ियों की भरपूर मात्रा होनी चाहिए। यह खाद्य पदार्थ विटामिन, मिनरल, और फाइबर से भरपूर होते हैं और ये सारे पोषक तत्व बच्चों की वृद्धि और विकास के लिए बहुत ज़रूरी हैं। वर्तमान और भविष्य में भी बच्चों की इम्युनिटी और अच्छे स्वास्थ्य के लिए फलों और सब्ज़ियों से भरपूर संतुलित आहार खाना बहुत फ़ायदेमंद होता है। याद रखें कि बच्चे आज जो खाना खाएंगे उसी के आधार पर भविष्य में उनकी खान-पान की आदतें बनेंगी।

रंग-बिरंगे फल और सब्ज़ियों में विभिन्न प्रकार के विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। केवल फल खाने का मतलब है कि बच्चों को सब्ज़ियों का पोषण नहीं मिलेगा। ऐसे ही, केवल एक तरह की सब्ज़ी खाने का मतलब है कि बच्चों को अन्य प्रकार की सब्ज़ियों में मौजूद पोषण नहीं मिल पायेगा। इसीलिए बच्चों के खाने में हर तरह की रंग-बिरंगी सब्ज़ियां और फल शामिल करना चाहिए।

उदाहरण के लिए, गाजर में विटामिन ए की भरपूर मात्रा होती है और पालक फोलेट का प्रमुख स्रोत है। इसीलिए, इन दोनों पोषक तत्वों का पर्याप्त पोषण पाने के लिए दोनों सब्ज़ियों को एक साथ खाना बहुत ज़्यादा ज़रूरी है।

लेकिन इन सभी फ़ायदों के बावजूद, ज़्यादातर बच्चे फल और सब्ज़ियां खाने में नखरे करते हैं। बच्चों की स्वाद ग्रंथियां (टेस्ट बड्स) लगातार बदलती और विकसित होती रहती हैं, इसीलिए खाने के समय को मज़ेदार और रोमांचक बनाकर आप बच्चों के विकास और वृद्धि में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। एक पैरेंट के तौर पर आपको हमेशा बच्चों को फल और सब्ज़ियां खाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए ताकि उन्हें सही और संपूर्ण पोषण मिल सके और उनके विकास में कोई रुकावट न आये। जब बच्चे विभिन्न फल और सब्ज़ियां खाने की मांग करें तो आपको उनकी तारीफ़ भी करनी चाहिए। ऐसा करने से बच्चे इसे आदत की तरह अपनाएंगे।

चूँकि ज़्यादातर बच्चों में छोटी उम्र से ही खाने की आदतें और स्वाद की पसंद बनती हैं इसलिए पेरेंट्स के लिए ज़रूरी है कि वे बचपन से ही बच्चों की प्लेट में विभिन्न प्रकार के फल, सब्ज़ियां और अनाज आदि शामिल करने की शुरुआत करें। बचपन से ही सेहतमंद खाना खाने से बच्चों में वयस्क होने पर पोषण की कमी का ख़तरा नहीं होगा। ऐसे बहुत सारे तरीके हैं जिनसे आप बच्चों के लिए फल और सब्ज़ियों को बेहद स्वादिष्ट और मज़ेदार बना सकते हैं। अगर आपके बच्चे को किसी फल या सब्ज़ी का स्वाद पसंद नहीं है तब भी आपको निराश नहीं होना चाहिए। यहां नीचे कुछ शानदार तरीके बताये गए हैं जिनकी मदद से आप बच्चों के आहार में फल और सब्ज़ियां बहुत आसानी से शामिल कर सकते हैं।

  1. नाश्ते के लिए दलिया या स्मूदी में कुछ फल डालना अच्छा विकल्प है। ये सादा फलों से बेहतर ही है और वैसे भी सादा फल बच्चों को ज़्यादा पसंद भी नहीं होते हैं।
  2. बच्चों के आहार में नए फल और सब्ज़ियां शामिल करने का एक अच्छा तरीका है कि आप फलों का जूस बनाकर पिलायें। जूस में बच्चों को साबुत फल और सब्ज़ियां दिखाई नहीं देंगी तो वे आसानी से ये जूस पी लेंगे।
  3. खाने के साथ बच्चों को हमेशा एक प्लेट सब्ज़ियां ज़रूर खिलाएं। बच्चों को कोई और खाना खिलाने से पहले सब्ज़ियां ही खिलाएं। बच्चों को अलग-अलग तरह की सब्ज़ियां खिलाएं और देखें कि उन्हें क्या पसंद आता है। फिर उसी सब्ज़ी को अलग-अलग खाने के साथ शामिल करें।
  4. अगर आपका बच्चा पिज़्ज़ा खाने की मांग करता है, तो आप घर पर ही पिज़्ज़ा बना सकते हैं बस उसमें ढेर सारी सब्ज़ियां ज़रूर डालें ताकि बच्चे को ज़रूरी पोषण भी मिल सके और पिज़्ज़ा खाने की मांग भी पूरी हो सके। आप सब्ज़ियों को पीसकर उनका पेस्ट भी बना सकते हैं और इसे पिज़्ज़ा क्रस्ट पर लगा सकते हैं, बच्चों को पता भी नहीं चलेगा।
  5. कुछ बच्चों को फल या सब्ज़ी के स्वाद से ज़्यादा बेकार उनका टेक्सचर (बनावट) लगता है। तो अगर आपका बच्चा कहता है कि उसे कटे गाजर का स्वाद पसंद नहीं है तो आप गाजर कद्दूकस करके खिला सकते हैं। वो बच्चों को बहुत पसंद आएगा।
  6. अपने बच्चों को नए फल और सब्ज़ियां खिलाएं। उदाहरण के लिए, मौसम में मिलने वाले फल और सब्ज़ियां ही खरीदें। इससे बच्चों के आहार में बदलाव भी आएगा और उन्हें ज़रूरी पोषण भी मिलेगा।
  7. मीठे के तौर पर भी फल अच्छा विकल्प है। फ्रोज़न फलों में साधारण फलों जितना ही पोषण और स्वाद होता है। आप बच्चों को एक कटोरी फ्रोज़न फल दे सकते हैं या खाने के बाद फलों की आइसक्रीम और लॉलीपॉप भी अच्छे, पौष्टिक और स्वादिष्ट विकल्प हैं।

कोशिश करें कि आप बच्चों के आहार में वही फल और सब्ज़ियां शामिल करें जिनका मौसम होता है क्यूंकि मौसम में मिलने वाले फल हमेशा ताज़ा रहते हैं। हालाँकि, आप बच्चों के आहार में फल और सब्ज़ियां अलग रूप में भी शामिल कर सकते हैं जैसे ठन्डे फल, कैन वाले फल, या सुखाकर। हमेशा याद रखें कि आपके बच्चे के आहार में फल और सब्ज़ियां विकल्प के तौर पर इस्तेमाल नहीं होनी चाहिए। नियमित रूप से बच्चों के खाने और स्नैक्स में फल और सब्ज़ियां शामिल करने से उन्हें पर्याप्त पोषण और स्वाद मिलेगा। बच्चे जितनी जल्दी फल और सब्ज़ियां खाना शरू करेंगे, उतनी ही जल्दी वे अन्य स्वस्थ भोजन भी अपनाएंगे।