फ़ाइबर, विटामिन और मिनरल से भरपूर, काबुली चने पाचन को बेहतर बनाने, डायबिटीज़ रोकने में मदद करते हैं और साथ ही वजन कम करने में भी फ़ायदेमंद साबित हो सकते हैं। यह लोकप्रिय और बेहतरीन प्रोटीन उन बढ़ते बच्चों के लिए एकदम सही है जिन्हें अपने रोज़ाना के काम के लिए शक्ति और ऊर्जा की ज़रूरत होती है। तो, क्या आप यह सोच रहे हैं कि इन्हें अपने बच्चे के आहार में कैसे शामिल किया जाए? वैसे बच्चों को आमतौर पर क्रिस्पी और कुरकुरे काबुली चने पसंद होते हैं, जो विभिन्न प्रकार के मसालेदार, मीठे और तीखे सीज़निंग के साथ बनाये जा सकते हैं। क्रेकर्स या चिप्स के बजाय, यह एक सेहतमंद और पेट भरने वाला स्नैक होता है। मुख्य भोजन के तौर पर आप इसे चावल या रोटी के साथ परोस सकते हैं। अच्छी बात यह है कि, काबुली चने से केवल छोले बनाने के अलावा अन्य बहुत सारी ऐसी रेसिपी हैं जो आप अपने बच्चों के लिए बना सकते हैं और ये उन्हें बेहद पसंद आएँगी।

  1. भुने काबुली चने: अगर आप कैन वाले चने का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसे पहले छानें और धो लें। इसे एक शीट पर फैलाएँ और बिना तेल या सीजनिंग लगाए इसे लगभग 40 मिनट के लिये बेक करें। बेक करने के बाद भुने चने पर तेल और बच्चों की पसंद के मसाले डालें। अब चनों को थोड़ी देर और बेक करें ताकि मसाले अच्छे से मिक्स हो सकें और चने कुरकुरे हो सकें। इन्हें गर्मागर्म परोसें। ठंडे होने पर काबुली चने मुलायम हो जाते हैं और उतने क्रिस्प नहीं रहते। ऐसे में आप इन्हें 10 मिनट के लिए गरम कर सकते हैं।

    सीज़निंग 4 तरह की हो सकती हैं:

    • दालचीनी और शुगर: एक चम्मच चीनी और एक चम्मच दालचीनी मिलाकर यह सीज़निंग बनाएँ

    • कूल रैंच: लहसुन पाउडर, प्याज़ पाउडर, सूखी सोआ, एक चम्मच पार्सले, और एक चौथाई चम्मच सूखी तुलसी मिलाकर ये सीज़निंग बनाई जा सकती है।

    • स्वीट करी: 2-2 चम्मच करी पाउडर और चीनी मिलाकर बनाएँ

    • बारबेक्यू: एक चम्मच लहसुन पाउडर, एक चम्मच प्याज़ पाउडर, पेपरिका, चीनी और आधा चम्मच जीरा और लाल मिर्च पाउडर मिलाएँ।

  2. पीनट बटर और काबुली चने का स्नैक: ये बच्चों के लिए आसान चना रेसिपी में से हैं। आप इन्हें स्कूल के लिए भी पैक कर सकते हैं। इसमें ग्लूटन, डेयरी नहीं है और यह शाकाहारी हैं। इन पट्टियों को बनाने के लिए ओट्स का पाउडर बनाएँ। चने डालें और फिर से ब्लेंड करें। पीनट बटर, मेपल सिरप, वेनिला अर्क, दालचीनी, बेकिंग पाउडर, और पानी डालकर ब्लेंड करें और अच्छा सा पेस्ट बना लें। पैन पर पार्चमेंट पेपर बिछाएँ और इस मिश्रण को पैन के बीचों बीच रखें। अपनी उंगलियों को गीला करें और तवे पर अच्छे से, एक बराबर यह मिश्रण फैलाएँ। पैन के हर तरफ एक इंच की जगह छोड़ दें। 350 डिग्री फेरनहाइट के तापमान पर 18 से 20 मिनट तक बेक करें। इसे ठंडा होने दें और फिर लंबा काट लें। इसपर पिघला हुआ चॉकलेट चिप्स और नमक छिड़कें और यह स्वादिष्ट स्नैक बच्चों को खिलाएँ।

  3. क्रीमी रोस्टेड रेड पेपर टोमैटो पास्ता: लाल मिर्च और धूप में सूखे टमाटर से इस पास्ता के लिए सॉस बनाएँ और बच्चों को खिलाएँ पास्ता का बेहद स्वादिष्ट रूप। रिकोटा पनीर और काबुली चने आपके बच्चे के आहार में प्रोटीन, कैल्शियम और फाइबर की मात्रा बढ़ाएंगे। साबुत गेहूं का पास्ता पकाएं और लगभग आधा कप पानी छोड़कर बाकी पानी सुखा दें। इस बीच, एक गर्म पैन में, टमाटर, प्याज, लहसुन, भुनी लाल मिर्च, रोज़मेरी और सॉस डालें। इसे ठंडा करें और मिश्रण को ब्लेंडर में डालें। अब, रिकोटा पनीर और छोले डालें और मुलायम प्यूरी बनने तक ब्लेंड करें। पके हुए पास्ता पर यह सॉस और थोड़ा जैतून का तेल डालें। धीमी आंच पर कुछ मिनट तक पकाएं। गर्म - गर्म परोसें।

  4. चना सलाद सैंडविच: एक कटोरे में सूखे हुए छोले, मैश किया हुआ एवोकैडो, नींबू का रस, मिर्च पाउडर, करी पाउडर, नमक और काली मिर्च मिलाएं। इसे ब्लेंड करें और थोड़ा मुलायम पेस्ट बनाएँ। मिश्रण में कटे हुए गाजर डालें। ब्रेड स्लाइस पर यह मिश्रण डालें और दूसरा ब्रेड लगाकर इसे सेंक लें। आप इसमें बारीक़ कटा साग और कद्दूकस किया पत्तागोभी भी डाल सकते हैं।

  5. चेन नूडल सूप: यह बच्चों के लिए बहुत ही मज़ेदार और आसान छोले की रेसिपी है। इसे बनाने के लिए, जैतून के तेल में अजवाइन, प्याज और गाजर डालें। थोड़ा नमक छिड़कें और कुछ कटा हुआ लहसुन डालें। ताज़ा हर्ब और पेपरिका भी डालें। अब इस मिश्रण में सब्ज़ियाँ, पानी और छोले डालें। लगभग 35 मिनट के लिए प्रेशर-कुक करें और इसे लगभग 15 से 20 मिनट तक ठंडा होने दें। अब, सूखा पास्ता डालें और 4-5 मिनट तक पकाएँ। इसमें पके पालक, काली मिर्च और नमक डालें। गर्मागर्म परोसें।

जैसा कि पहले बताया गया है, काबुली चने बच्चों के लिए प्रोटीन का मुख्य स्रोत हैं और ये लंबे समय से भारतीय आहार का हिस्सा हैं। आधा कप छोले में 6 ग्राम फाइबर होता है और यह आयरन और जिंक से भी भरपूर होता है। ये खराब कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप को कम करने में मदद करते हैं। नियमित रूप से ये काबुली चने खाने से कुछ कैंसर के ख़तरे को भी कम किया जा सकता है। छोले को कई प्रकार के व्यंजनों में आसानी से शामिल किया जा सकता है। अगर आपके बच्चों को सादा छोले नहीं पसंद हैं तो आप ऊपर बताई गई रेसिपी में से बना सकते हैं, बच्चे इन्हें बहुत आराम से खाएँगे।